आदिवासी, मूलवासी विरोधी है भाजपा सरकार : बाबूलाल मरांडी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 30 मई 2018

आदिवासी, मूलवासी विरोधी है भाजपा सरकार : बाबूलाल मरांडी

bjp-anti-tribal-government-babulal-marandi
दुमका 29 मई, झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार किसान, आदिवासी, मूलवासी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा और युवा विरोधी है इसलि राज्य की जनता का भाजपा से मोहभंग हो चुका है। श्री मरांडी आज यहां पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर पिछले 26 मई को सम्पन्न आदिवासी सम्मेलन की समीक्षा करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों से आम जनता का मोह भंग हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नीत सरकार किसान, आदिवासी, मूलवासी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा और युवा विरोधी है तथा सरकार केवल अडाणी-अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से काम कर रही है। झाविमो अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में झाविमो और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इसमें 25 सीटों में 22 गैर आदिवासी और तीन आदिवासी सीटों पर विजयी हुए थे। भाजपा और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) गठबंधन 81 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन दोनों दल मिलकर 20 सीट ही जीत पाई। इनमें से 10 आदिवासी बहुल सीट थी। इस चुनाव में झामुमो ने 18 सीटो पर जीत दर्ज की थी।

श्री मरांडी ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी के रीढ़ हैं और कार्यकर्ता ही अपने समर्पण और निष्ठा से संगठन को मजबूत बनाते हैं। उन्होंने दावा किया कि पार्टी द्वारा जन मुद्दों को लेकर लगातार कार्यक्रम आयोजित किये जाने और चलाये गये आंदोलनात्मक कार्यक्रमों की वजह से झाविमो के प्रति आदिवासियों का भरोसा बढ़ा है। उन्होंने पंचायतवार समीक्षा करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को 2019 में होनेवाले लोकसभ और विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने और सभी पंचायत प्रभारियों को गांव-गांव जाकर पार्टी की नीतियों से ग्रामीणों को अवगत कराने का निर्देश दिया। झाविमो अध्यक्ष ने कहा कि अगस्त महीने में एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उस कार्यशाला के बाद एक अभियान के तहत कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर पार्टी संगठन को मजबूत करने का कार्य प्रारम्भ करेंगे। बैठक में केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य छोटू मुर्मू, पिंटू अग्रवाल, मार्था हांसदा, राजेश मुर्मू, अंजुला मुर्मू, श्यामदेव हेम्ब्रम, प्रखंड अध्यक्ष सुभाष मरांडी, शैलेंद्र हेम्ब्रम, सुखलाल सोरेनए, मो. सलाम, पोरमिला मरांडी, सारदा हेम्ब्रम, मो. कबीर, शिबू सोरेन, पौलुस मुर्मू, पीटर ¨मज, संतु, रवींद्र मरांडी, हराधन मरीक, राधाकांत हेंब्रम, दिलीप मरांडी, मो. फारुक, प्रवीण सिंह, नीरेन पाल, बबलू, जगन किस्कु, जयप्रकाश मंडल, जयप्रकाश शर्मा मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं: