- इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में ' संत टरेसा चर्च ' की पड़ी बुनियाद
- बिहार में संत टरेसा का नाम से बनने वाला अकेला चर्च
पटना. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह हैं. बिहार में सत्ता से बाहर रहकर भी ईसाइयों की ज्वलंत समस्याओं को मुखर रूप से उठाते रहते हैं.इसके परिणाम स्वरूप इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत क्रिश्चियन नर्सेंज व कर्मियों को 'संत टरेसा चर्च' के नाम से गिरजाद्यर मिलेगा. चर्च डेढ़ कट्टा में बनेगा. मिलकर चर्च 32 परिवार के लोग बनाएंगे. अभी तक सीढ़ी पर बैठकर संस्थानकर्मी प्रार्थना करते थे.सही मायने में प्रार्थना व्यक्तिगत नहीं होती है.पृथ्वी पर रहने वाले लोगों के लिये दुआ की जाती है. खासकर दवा देने वाली नर्सेज संस्थान में भर्ती और अन्य रोगियों के लिये भी दुआ करती हैं. अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने कहा कि सेवा केन्द्र के निदेशक फादर अमल राज संस्थान की सीढ़ी पर बैठकर प्रार्थना का नेतृत्व किया करते थे. फादर अमल से विस्तार से बातचीत कर यह निर्णय लिया गया कि सी.एम.नीतीश कुमार को परिसर में जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया जायं. उन्होंने कहा कि सी.एम.बिहार को प्रेषित पत्र पर उनका सकारात्मक सोच सामने पेश किया गया. उसका प्रतिफल सामने है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के नर्सेज होस्टल के पास "संत टरेसा चर्च " बनेगा. इसकी बुनियाद समारोह में फादर अमलराज, फादर प्रेम प्रकाश, माननीय डायरेक्टर श्री विस्वास जी, श्री राज भाई एवं रंजीत भाई आदि उपस्थित थे. फादर अमलराज ने क्रिश्चियन नेता सिसिल साह की जमकर प्रशंसा की.इनकी भविष्य उज्जवल हो कामना की है.
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