शपथ ग्रहण के खिलाफ कांग्रेस व जेडीएस का प्रदर्शन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 17 मई 2018

शपथ ग्रहण के खिलाफ कांग्रेस व जेडीएस का प्रदर्शन

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बेंगलुरू, 17 मई , कांग्रेस व जनता दल (सेक्युलर) के नेताओं ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बी. एस. येदियुरप्पा के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इसे असंवैधानिक बताया। चुनाव बाद बने कांग्रेस व जेडीएस गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा राजभवन में येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने के बाद विधानमंडल भवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष जी. परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, "संवैधानिक रूप से हमें (जेडीएस और कांग्रेस को) सरकार बनाने का मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि हमारे पास विधानसभा में बहुमत है।" परमेश्वर ने कहा, "राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को आमंत्रित करने का निर्णय संविधान के खिलाफ है।" विरोध प्रदर्शन करने वाले नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कांग्रेस के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस और जेडीएस के कई नव निर्वाचित विधायक शामिल थे। सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि येदियुरप्पा को पहले सदन में बहुमत साबित करने वाली सूची प्रस्तुत करने की जरूरत है। जेडीएस सुप्रीमो एच.डी. देवेगौड़ा भी प्रदर्शन में शामिल हुए जहां पार्टी के राज्य अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वामी ने 'लोकतंत्र के विध्वंस के लिए' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला बोला। कुमारस्वामी ने कहा, "मोदी सरकार विपक्षी दलों को निशाना बनाकर लोकतंत्र का विध्वंस करना चाहती है। जब जेडीएस और कांग्रेस के पास बहुमत है, तो हमें राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए आमंत्रित क्यों नहीं किया गया।" वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि राज्यपाल द्वारा येदियुरप्पा को सदन में 15 दिनों के भीतर बहुमत साबित करने का निर्देश दिया गया है जो 'केवल विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए है।' उन्होंने कहा, "राज्यपाल द्वारा भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन देना उसे सिर्फ खरीद-फरोख्त की इजाजत देना है। यदि भाजपा के पास बहुमत है तो दो दिन इसे साबित करने के लिए पर्याप्त हैं। भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश में जुटी है।"

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