बिहार : भाकपा-माले करेगा 25 मई को प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 24 मई 2018

बिहार : भाकपा-माले करेगा 25 मई को प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन.

  • कमरतोड़ महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों व तूतीकोरिन में बर्बर पुलिस फायरिंग के खिलाफ होगा यह प्रतिवाद.

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पटना 24 मई 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि ऐतिहासिक नक्सलबाड़ी दिवस (25 मई) के अवसर पर मोदी शासन के विनाशकारी 4 साल, कमरतोड़ महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और तमिलनाडु के तूतीकोरिन में बर्बर पुलिस फायरिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन किया जाएगा. महंगाई को नियंत्रित करने का वादा कर सत्ता में आई नरेन्द्र मोदी सरकार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत ने पुराने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं और इस सरकार की पहचान कमरतोड़ महंगाई बढ़ाने वाली सरकार की हो गई है.  सरकार के इस कदम से पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए और मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. तेल मूल्य में वृद्धि से उपयोग में आने वाली सभी चीजों के दाम में वृद्धि होना लाजमी है. किराया, भाड़ा आदि बढ़ना अनिवार्य है. अर्थात महंगाई में भारी बढ़ोतरी होगी जिसकी मार आम जनता पर ही पड़ेगी.  उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पेट्रो पदार्थों के मूल्य नियंत्रण के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. भारत में तेल पर जितना अधिक उत्पाद कर है उतना दुनिया के शायद किसी देश में नहीं है. उत्पाद कर के अलावा और भी कई तरह के कर लगाए गए हैं. ये सब कर महंगाई के रूप में आम अवाम से वसूली जाती है और थैलीशाहों की थैलियों में डाली जा रही है. 

विडंबना यह है कि जो नेपाल व भूटान जैसे पड़ोसी देश भारत से ही तेल लेते हैं, वहां तेल का मूल्य भारत से काफी कम है. इससे साबित होता है कि तेल के मूल्य को नियंत्रित करने की कोई इच्छाशक्ति मोदी सरकार के पास नहीं है. भ्रष्टाचार, पेट्रो पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी, कृषि संकट आदि कारकों ने मनमोहन सिंह की सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश का निर्माण किया था. वही अब मोदी राज के खिलाफ शुरू हो चुका है. भाकपा-माले ने कहा है कि कल के प्रतिवाद में तूतीकोरिन में घटित बर्बर पुलिस फायरिंग का भी मामला उठाया जाएगा. तूतीकोरिन जालियांबाला बाग स्टाइल में आम लोगों की हत्या दिल दहलाने वाली घटना है. ताजा वीडियो फुटेज से साफ पता चलता है कि यह कोई साधारण गोलीकांड नहीं है, बल्कि सत्ता द्वारा ठंडे दिमाग से आम लोगों की गई बर्बर हत्या है. पर्यावरण को नष्ट करने के लिए बदनाम स्टरलाइट वेदांता कंपनी के खिलाफ आंदोलनरत नागरिकों पर गोली चलाकर तमिलनाडु सरकार ने साबित कर दिया है कि वह प्रभावशाली कारपोरेट घरानों की महज लठैती कर रही है. ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है. इसलिए हमारी पार्टी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से इस्तीफे की भी मांग करती है.

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