मोदी सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए काम किया : प्रेम कुमार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 30 मई 2018

मोदी सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए काम किया : प्रेम कुमार

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पटना 30 मई, बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने आज कहा कि केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत नरेन्द्र मोदी सरकार ने पिछले चार वर्षो में कृषि और किसानों की बेहतरी के लिए कई कदम उठाये हैं और जो काम तत्कालीन कांग्रेस की सरकार नहीं कर पायी थी उसे पूरा किया है, जिसका परिणाम है कि वर्ष 2016-17 में राज्य के मुख्य फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में रिकाॅर्ड वृद्धि हुई है ।  भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री कुमार ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन कहा कि पिछले चार वर्षो में केन्द्र सरकार के सहयोग से कृषि विभाग ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त की है। वर्ष 2016-17 में राज्य की मुख्य फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता के आंकड़ों में रिकाॅर्ड वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि कुल खाद्यान्न का उत्पादन 185.61 लाख मिट्रिक टन हुआ है तथा इसकी उत्पादकता 27.77 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दर्ज की गयी है, जो अब तक का रिकाॅर्ड उत्पादन है।  कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 48 वर्ष के कार्यकाल में यूरिया को नीम कोटेड कर किसानों तक नहीं पहुंचाया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने 48 माह के कार्यकाल में ही शत-प्रतिशत नीम कोटेड यूरिया किसानों को उपलब्ध करा दिया है। उन्होंने कहा कि इससे यूरिया की कालाबाजारी पर रोक लगी है तथा 01 जनवरी से प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन से उर्वरकों की बिक्री की जा रही है। 

श्री कुमार ने कहा कि राज्य में समस्तीपुर के पूसा में डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है वहीं पूर्वी चंपारण के पिपराकोठी में दीनदयाल उपाध्याय उद्यान, सारण में वानिकी महाविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय मगध में तथा मिथिला में पशु एवं मत्स्यिकी महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति दी गयी है। इसी तरह पटना में नारियल विकास बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना की गयी है, जिससे राज्य में नारियल की खेती को बढ़ावा मिलेगा। कृषि मंत्री ने कहा कि पूर्वी चंपारण में राष्ट्रीय समेकित अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया गया है, जहां फसल के साथ बागवानी और पशुपालन को शामिल कर अनुसंधान किया जायेगा। इसी तरह वर्ष 2017 के अप्रैल में वैशाली जिले के गोरौल में राष्ट्रीय अनुसंधान केन्द्र की स्थापना की गयी है, जहां चिनियां एवं मालभोग जैसे केला प्रभेद को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मोतिहारी के पिपराकोठी में जून 2017 में मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र की स्थापना की गयी है, जिससे मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। इसी तरह मोतिहारी के पिपराकोठी में ही गुड़ प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना की गयी है। श्री कुमार ने कहा कि मोतिहारी के महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में कृषि संकाय की स्थापना की जायेगी जिससे कृषि शिक्षा को बल मिलेगा। मोतिहारी के पिपराकोठी में पशुपालन विकास केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जैविक केन्द्र गाजियाबाद का एक क्षेत्रीय जैविक खेती केन्द्र पटना में स्थापित किया गया है और इससे जैविक खेती के अनुसंधान तथा राज्य में जैविक कोरिडोर को बढ़ावा मिलेगा। इसी तरह बक्सर जिले के डुमराव में देसी नस्लों की गाय के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए गोकुल ग्राम की स्थापना की गयी है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पूर्णिया जिले में देश का सबसे बड़ा वीर्य (सीमेन) केन्द्र का शिलान्यास किया गया है। इसी तरह कई अन्य कदम भी उठाये जा रहे हैं ।

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