- भाकपा-माले व ऐपवा की जांच टीम ने किया घटनास्थल का दौरा.
पटना (आर्यावर्त डेस्क) 17 जून, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि गया के सोनडीहा सामूहिक बलात्कार कांड को भाजपा व जदयू रफा -दफा कर बलात्कारियों को बचाने में लग गई है. सोनडीहा सामूहिक बलात्कार कांड में भाजपा ठीक वहीं पैटर्न अपना रही है जिसे उसने कठुआ व उन्नांव में अपनाया था. बलात्कारियों व अपराधियों को भाजपा द्वारा बचाये जाने की कोशिशों की हमारी पार्टी कड़ी निंदा करती है और इस तरह की प्रवृतियों पर अंकुश लगाने की मांग करती है. भाकपा-माले ने राजद नेताओं द्वारा पीड़िता की पहचान को नष्ट करने की ओछी हरकत की भी निंदा की है और कहा कि बलात्कार पीड़ितों के प्रति राजद नेताओं ने जिस प्रकार की आपाधापी दिखाई वह उनकी संवेदनहीनता को जाहिर करता है. यदि प्रशासन ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान किया होता तो पीड़िता के साथ बातचीत व फोटो ंिखंचवाने को लेकर हुई खींचतान जैसी अप्रिय स्थिति की नौबत ही नहीं आती. इसके पूर्व भाकपा-माले व ऐपवा की एक राज्यस्तरीय टीम ने घटनास्थल का दौरा किया. इस टीम में ऐंपवा की बिहार राज्य अध्यक्ष व भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी की सदस्य सरोज चैबे, ऐपवा राज्य सह सचिव व माले की राज्य कमिटी सदस्य रीता वर्णवाल, ऐपवा नेत्री कुंती देवी, गया जिला कमिटी के सदस्य उपेन्द्र यादव व सीधी यादव शामिल थे. जांच टीम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और घटना का पूरा जायजा लिया.
जांच टीम ने कहा कि यह इलाका पहले से भूमिहार जाति केे भूस्वामी-अपराधियों के वर्चस्व का इलाका रहा है. हाल के दिनों में इन ताकतों का मनोबल एक बार फिर से बढ़ा है. क्योंकि भाजपा इन ताकतों को खुलकर संरक्षण दे रही है. इसी का नतीजा है कि इन लोगों ने पूरी तरह बेखौफ होकर इस तरह की अमानवीय घटना को अंजाम दिया है. जांच टीम ने मांग की है कि सबसे पहले पीड़ित परिवार को प्रशासन तत्काल सुरक्षा प्रदान करे. पीड़िता बेहद मानसिक सदमे में है और उसके समुचित इलाज की आवश्यकता है. लेकिन इसकी बजाए उलटे पीड़ित परिवार को धमकी मिलनी आरंभ हो गई है. जांच टीम ने पीड़िता के समुचित इलाज, परिवार की सुरक्षा, बलात्कारियों व अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी के साथ-साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट चलाकर उन्हें कड़ी सजा व इस तरह की घटना के लिए जिले के डीएम व एसपी को जिम्मेवार ठहराने की मांग की है. इस बर्बर घटना के खिलाफ 15 जून को भाकपा-माले ने गुरारू बंद किया और 16 जून का जिला व्यापी प्रतिवाद किया. 22 जून को ऐपवा के बैनर से राज्यस्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा.
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