बेंगलुरू, 15 जून, ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पहली पारी में 27 रन पर चार विकेट और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींंद्र जडेजा के दूसरी पारी में 17 रन पर चार विकेट की बदौलत विश्व की नंबर एक टीम भारत ने नवोदित अफगानिस्तान को एकमात्र टेस्ट में दूसरे ही दिन शुक्रवार को पारी और 262 रन से रौंदकर अपने टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज कर ली। भारत ने पहली पारी में 474 रन बनाये और अपना पदार्पण टेस्ट खेल रहे अफगानिस्तान को एक ही दिन में 109 और 103 रन पर समेट दिया। भारत ने अफगानिस्तान से फॉलोआन कराया और दो दिन के अंदर मैच समाप्त कर दिया। भारत की इससे पहले सबसे बड़ी जीत पारी और 239 रन से थी जो उसने मई 2007 में बंगलादेश केे खिलाफ ढाका में और नवंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में हासिल की थी। अफगानिस्तान के कप्तान असगर स्तानिकज़ई ने मैच से पहले अपने स्पिनरों को भारतीय स्पिनरों के मुकाबले श्रेष्ठ बताया था, लेकिन दो दिन में टेस्ट समाप्त होने के बाद स्तानिकज़ई को यह पता चल गया होगा कि ‘स्पिन का बॉस’ कौन है। भारत की यह दो दिनों में पहली टेस्ट जीत है। भारतीय टीम ने पहली पारी में 365 रन की विशाल बढ़त हासिल कर अफगानिस्तान को फॉलोआन खेलने के लिये मजबूर किया। अ
फगानिस्तान की दूसरी पारी में हशमतुल्लाह शाहिदी ने सर्वाधिक नाबाद 36 और कप्तान स्तानिकज़ई ने 25 रन बनाये। यादव ने दूसरी पारी में शीर्ष चार में से तीन विकेट निकालकर अफगानिस्तान को झकझोरा जबकि जडेजा ने आखिरी छह में से चार विकेट लेकर मेहमान टीम को जमीन सुंघा दी। अफगानिस्तान की बल्लेबाजी का दोनों पारियों में बेहद खराब प्रदर्शन रहा और एक दिन से कम के खेल में उसकी दोनों पारियां सिमट गयीं। अफगानिस्तान के लिये पहली पारी की शुरूआत निराशाजनक रही और मोहम्मद शहज़ाद(14) चौथे ही ओवर में हार्दिक पांड्या के हाथों रनआउट हो गये। जावेद अहमदी आठ गेंदों में एक ही रन बना सके और इशांत ने उन्हें बोल्ड किया। रहमत शाह ने 15 गेंदों में दो चौके लगाकर 14 रन बनाये और उमेश ने उन्हें पगबाधा किया। अफगान बल्लेबाज़ों पर भारतीय गेंदबाज़ों का दबाव साफ दिखा और 50 रन पर आधी टीम पवेलियन लौट गयी। विकेटकीपर अफसर जजई (06) को भी इशांत ने बोल्ड किया। इसके बाद भारतीय स्पिनरों की विशेषज्ञ जोड़ी अश्विन और जडेजा ने मध्य एवं निचले क्रम को धराशायी किया। अश्विन ने अफगान कप्तान स्तानिकज़ई को अपना पहला शिकार बनाया जो 11 रन ही बना सके।
अफगानिस्तान के कप्तान असगर स्तानिकज़ई ने मैच से पहले अपने स्पिनरों को भारतीय स्पिनरों के मुकाबले श्रेष्ठ बताया था, लेकिन दो दिन में टेस्ट समाप्त होने के बाद स्तानिकज़ई को यह पता चल गया होगा कि ‘स्पिन का बॉस’ कौन है। भारत की यह दो दिनों में पहली टेस्ट जीत है। भारतीय टीम ने पहली पारी में 365 रन की विशाल बढ़त हासिल कर अफगानिस्तान को फॉलोआन खेलने के लिये मजबूर किया। अफगानिस्तान की दूसरी पारी में हशमतुल्लाह शाहिदी ने सर्वाधिक नाबाद 36 और कप्तान स्तानिकज़ई ने 25 रन बनाये। यादव ने दूसरी पारी में शीर्ष चार में से तीन विकेट निकालकर अफगानिस्तान को झकझोरा जबकि जडेजा ने आखिरी छह में से चार विकेट लेकर मेहमान टीम को जमीन सुंघा दी। अफगानिस्तान की बल्लेबाजी का दोनों पारियों में बेहद खराब प्रदर्शन रहा और एक दिन से कम के खेल में उसकी दोनों पारियां सिमट गयीं। अफगानिस्तान के लिये पहली पारी की शुरूआत निराशाजनक रही और मोहम्मद शहज़ाद(14) चौथे ही ओवर में हार्दिक पांड्या के हाथों रनआउट हो गये। जावेद अहमदी आठ गेंदों में एक ही रन बना सके और इशांत ने उन्हें बोल्ड किया। रहमत शाह ने 15 गेंदों में दो चौके लगाकर 14 रन बनाये और उमेश ने उन्हें पगबाधा किया।
अफगान बल्लेबाज़ों पर भारतीय गेंदबाज़ों का दबाव साफ दिखा और 50 रन पर आधी टीम पवेलियन लौट गयी। विकेटकीपर अफसर जजई (06) को भी इशांत ने बोल्ड किया। इसके बाद भारतीय स्पिनरों की विशेषज्ञ जोड़ी अश्विन और जडेजा ने मध्य एवं निचले क्रम को धराशायी किया। अश्विन ने अफगान कप्तान स्तानिकज़ई को अपना पहला शिकार बनाया जो 11 रन ही बना सके।
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