नयी दिल्ली 12 जून, दिल्ली के नौकरशाहों पर कार्रवाई की मांग को लेकर राजनिवास पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के तीन सहयोगियों का धरना पिछले 30 घंटे से जारी है और मंगलवार की रात भी वे राजनिवास में डटे रहें। श्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “राजनिवास में हमारी दूसरी रात। हम यहां हैं क्योंकि हम दिल्ली से प्यार करते हैं और हमें इसकी चिंता है। हमने दिल्ली के लिए बहुत मेहनत की है। हम चाहते हैं कि दिल्ली में और सुधार हो। हम टूटा हुआ महसूस कर रहे हैं क्योंकि कई बड़ी पहलों के रास्ते में बाधा डाली की जा रही है। आइए, उपराज्यपाल सर, हम अपनी प्रिय दिल्ली को और बेहतर बनायें और एक साथ मिलकर इस काम को अंजाम दें।” श्री केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और श्रम मंत्री गोपाल राय सोमवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात करने गये थे और अपनी तीन मांगों को लेकर राजनिवास में ही धरने पर बैठ गए। चारों ने रात राजनिवास के प्रतीक्षालय में ही गुजारी। मुख्यमंत्री का कहना है कि उपराज्यपाल जब तक हड़ताल जैसी स्थिति बनाने वाले नौकरशाहों पर कार्रवाई नहीं करेंगे, वे यहां से नहीं जायेंगे। श्री केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा “ मेरे प्यारे दिल्लीवासियों. सुप्रभात. संघर्ष जारी है।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा “सर यह पढ़िए. आप आईएएस अधिकारियों की हड़ताल का यह कहकर समर्थन कर रहे हैं कि वह काम पर है और हड़ताल पर नहीं है । वह क्या काम कर रहे हैं. आप उनके आचरण का कैसे बचाव कर सकते हैं।”
इस बीच श्री जैन ने उपराज्यपाल अनिल बैजल पर सरकार की मांगों के प्रति अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार से राजनिवास में अनशन शुरु कर दिया। श्री जैन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा “ एलजी साहब के अड़ियल रवैये की वजह से दिल्ली में अस्पताल, स्कूल, सीसीटीवी कैमरा और मोहल्ला क्लीनिक सारे काम रुक हुए हैं। इस कारण दुखी होकर मैं मंगलवार से अनशन पर बैठ रहा हूं।” उन्होंने कहा “ एलजी साहब से मेरी विनती है कि दिल्ली की जनता को तंग ना करें और उनके कामों में बाधा ना बने”। श्री केजरीवाल ने अन्य ट्वीट कर कहा, “हम लोग कल शाम 5.30 बजे से एलजी हाउस में बैठे हैं। हमारी मुख्य मांगे हैं.. बाबुओं की हड़ताल को तुरंत खत्म किया जाये। राशन वाली फाइल को क्लियर किया जाये। मोहल्ला क्लीनिक, सरकारी स्कूलों में पुताई एवं अन्य काम रुके हुए हैं। उन्हें जल्दी शुरु करवाया जाये।” उपमुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा “ हमारे स्कूलों में रंगाई-पुताई का काम गर्मी की छुटि्टयों में होना था। इस बार आपके आईएसएस अधिकारियों की हड़ताल के चलते ये काम शुरु ही नहीं हुआ।” दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ करीब चार माह पहले मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर कथित मारपीट को लेकर सरकार और अधिकारियों में तनातनी चल रही हैं। यह मामला न्यायालय में भी चल रहा है।
मुख्यमंत्री आईएएस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि उपराज्यपाल इस मामले में सही रवैया नहीं अपना रहे हैं। अधिकारियों के इस कदम की वजह से सरकार का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। दूसरी तरफ उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्रियों के अकारण धरने पर बैठने को गलत बताया है। उपराज्यपाल का कहना है कि दिल्ली सरकार के अधिकारी हड़ताल पर नहीं हैं और वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं। श्री सिसोदिया ने कहा कि उपराज्यपाल से हमारे तीन आग्रह हैं.. नौकरशाहों की गैर कानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं क्योंकि सर्विस विभाग के मुखिया आप हैं। काम रोकने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और राशन की दरवाजे पर वितरण की योजना को मंजूर करें।
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