नयी दिल्ली, 13 जून, दिल्ली सरकार के अधिकारियों की हड़ताल को खत्म कराने की मांग पर राजनिवास में धरना दे रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित चार मंत्रियों के अनशन और आप के आंदोलन पर विपक्षी दलों ने अपना समर्थन व्यक्त किया है। केजरीवाल की मांगों के समर्थन में आप द्वारा आज शाम मुख्यमंत्री आवास से राजनिवास तक आयोजित पैदल मार्च को माकपा, रालोद और राजद सहित अन्य दलों के नेताओं ने समर्थन दिया। भाकपा ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के रवैये की निंदा करते हुये कहा कि दिल्ली की निर्वाचित सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों से उपराज्यपाल का नहीं मिलना जनादेश का अपमान है। पार्टी ने दिल्ली की जनता के हित में उपराज्यपाल के कार्यालय में तीन दिन से मुलाकात का इंतजार कर रहे मुख्यमंत्री और मंत्रियों से मिलने का बैजल से अनुरोध किया जिससे समस्या का मिल बैठ कर हल निकाला जा सके। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने भी आप के आंदोलन का समर्थन करते हुये केन्द्र सरकार से इस मामले में दखल देकर समस्या को सुलझाने की अपील की। बनर्जी ने ट्वीट कर कहा ‘‘देश की राजधानी में दिल्ली के मुख्यमंत्री पिछले कुछ दिनों से उपराज्यपाल कार्यालय में धरने पर बैठे हैं। निवाचित मुख्यमंत्री को उचित सम्मान मिलना चाहिये। क्या मैं भारत सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल से अपील कर सकती हूं कि इस समस्या को तत्काल सुलझायें जिससे दिल्ली की जनता को परेशानी न हो।’’ भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिंहा ने आप के आंदोलन का समर्थन करते हुये पार्टी द्वारा आयोजित पैदल मार्च में शिरकत की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुये सिंह ने कहा ‘‘मैं सोच रहा था कि अगर आज अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री होते तो वह ऐसे में क्या करते? वह केन्द्रीय गृह मंत्री को दिल्ली के निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ बैठ कर इस समस्या का समाधान निकालने का आदेश देते।’’ इससे पहले राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने मुख्यमंत्री आवास पर आप नेताओं से मुलाकात कर अपनी पार्टी की ओर से इस आंदोलन को समर्थन देते हुये इस समस्या के लिये केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। रालोद नेता जयंत चौधरी ने भी केजरीवाल की मांगों को जायज ठहराते हुये आप के अंदोलन का समर्थन किया।
बुधवार, 13 जून 2018

विपक्षी नेताओं ने किया आप के आंदोलन का समर्थन
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