सामयिकी : झारखंड की घटना राष्ट्रीय क्षितिज पर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 18 जुलाई 2018

सामयिकी : झारखंड की घटना राष्ट्रीय क्षितिज पर

  • गांधी के देश में हिंसा एवं बाहुबल से सामाजिक सरोकार की आवाज को नहीं दबाया जा सकता -रन सिंह परमार
  • स्वामी अग्निवेश पर हुआ हिंसक हमला देश में शांति और सद्भावना    के लिए गंभीर खतरा- एकता परिषद

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भोपाल,18 जुलाई, सुनियोजित भीड़ द्वारा समाज सेवी एवं समाज सुधारक स्वामी अग्निवेश पर किये सुनियोजित हिंसक हमले ने देश में वैचारिक स्वतंत्रता को हिंसा की ताकत से कुचलने के षड्यंत्र ने दुनियां में गांधी के देश पर कालिख लगा दी है ,आज दुनिया में भारत को गांधी जी के द्वारा किये गए अहिंसात्मक कार्यों के कारण ख्याति प्राप्त है और दुनियां गांधी के रास्ते पूरी दुनियां में अमन चैन स्थापित करने के प्रयास में जुटी है  वहीं गांधी के देश में विचारों और सिद्धातों का जबाब अगर बाहुबल एवं हिंसा के माध्यम से देकर विचारधारा को कुचल देगें तो हिंसा के समर्थक गलत मुगालते में हैं अभी सभी शांतिप्रिय अहिंसावादी लोगों संगठनों को साथ आकर इस कुचक्र से देश को निकालने की जरूरत है यदि समय रहते इस नियोजित भीड़ को हिंसक आक्रमणों से रोकने के के माकूल कदम नहीं उठाए गए तो देश की सद्भावना के लिए बड़ा खतरा हो सकता है ,यह बात एकता परिषद की राष्ट्रीय समिति द्वारा यात्रा के दौरान स्वामी अग्निवेश पर हुए हिंसक हमले के बाद आयोजित आपात बैठक में एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रन सिंह परमार ने व्यक्त किये । एकता परिषद शांति,सदभाव, भाई चारे, और न्याय पर आधारित नए समाज की रचना के लिए समर्पित एक जन संगठन है हमारे देश में विविधि सम्प्रदाय, जाति, समुदाय, वर्ग, वेशभूषा, भाषा सभी को स्वतंत्रता पूर्वक जीने एवं अपने विचार रखने की स्वतंत्रता है इस अधिकार को दबाने का मतलब संवैधानिक अधिकारों को बाहुबल से कुचलना है जिसकी हमारा संविधान इजाजत नहीं देता इसलिए प्रान्तीय एवं एवं केंद्रीय सरकारों का दायित्व है कि देश में सद्भावना का माहौल बनाने के लिए सभी वर्गों को समान स्थान प्रदान करें ,एकता परिषद स्वामी अग्निवेश ओर हुए हमले की घोर निंदा करता है तथा सरकार से यह मांग करता है कि देश में सद्भावना का वातावरण बनाने के लिए समाजसेवियों एवं संगठनों का सहयोग लेकर आमजन के बीच परस्पर विश्वास के वातावरण को बनाने के कदम उठाए ।

एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी एवं श्रद्धा कश्यप ने कुछ सरारती तत्वों द्वारा एक समाज सेवी पर किये हिंसक आक्रमण को देश में सद्भावना का वातावरण बिगाड़ने का प्रयास बताया तथा आक्रमणकारियों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही करने की मांग की ।वहीं एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक रमेश शर्मा एवं अनीश कुमार ने भारत जैसे विषयक देश में इस प्रकार की घटनाएं समाज सेवा के क्षेत्र में  समाज सुधार के लिए काम करने वाले संघठनों एवं लोंगो के काम के लिए एक चेतावनी वताया जो देश में शांति एवं भाई चारे के माहौल के लिए घातक है हम अहिंसा पर आधारित दुनिया के समाज की रचना के पक्षधर हैं तथा उसका संदेश भारत की जमीन से पूरी दिंयों को जाए लेकिन इस संदेश को दुनियां को देने के लिए हमें भारत की भूमि पर होने वाली इस प्रकार की हिंसक घटनाओं पर एक जुट होकर रोक लगनी होगी तभी भारत अपने विश्व गुरु की छवि को दुनियां में स्थापित कर सकेगा।

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