बेगसराय : फ़िल्म नगरी के रुप में स्थापित होने जा रहा बेगुसराय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 24 जुलाई 2018

बेगसराय : फ़िल्म नगरी के रुप में स्थापित होने जा रहा बेगुसराय

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बेगसराय (अरुण कुमार) 24 जुलाई, बेगूसराय आनेवाले समयों में फ़िल्म नगरी के रुप में स्थापित होने जा रही है।आज से पूर्व 90 के दशक में बेगूसराय के रंगकर्मी विजय सिंह "पाल" बालीवुड फ़िल्म निर्मात्री आशा दत्ता के सहयोग से फ़िल्म निर्माण किया था जिसका नाम था रेडियो कम्स टू रामपुर।वैसे थी तो यह तेली फ़िल्म मगर बेगूसराय के लिये ये बड़े ही गर्व की बात थी उस वक्त।इसमें काम करनेवाले कलाकार स्थानीय रंगमंच के कुमार संजय,फ़ैयाजुल फैज,विजय सिंह पाल आदि थे,बाकी कलाकार मुम्बई से आकर काम किया था इस फ़िल्म की शूटिंग बरौनी,बेगूसराय में ही हुई थी।इसके बाद 2005 में वॉलीवुड अभिनेता अमिय कश्यप,केतन कुमार ये दोनों लीड रोल नायक और खलनायक की भूमिका में थे।निर्देशक विनोद कुमार और निर्माता वरुणा ग्राम निवासी अरुण कुमार सिंह थे।फ़िल्म का नाम था "टूटे ना सनेहिया के डोर"इसके बाद तो बेगूसराय में फल्मों की बाढ़ सी आ गई बेगूसराय में।सन 2014 में पुनः वरदराज स्वामी द्वारा निर्देशित पिल्म गुलमोहर का भी बनैने का श्रेय बेगूसराय को ही जाता है।इसके कलाकार विवेकानन्द झा,अमिय कश्यप,पंकज बेरी,अरुन शाण्डिल्य,अभिनेत्री निकुंज मल्लिक आदि हैं।निर्माता विजय वंसल और हर्षवर्द्धन जी है यह फ़िल्म विजय आर्ट की प्रस्तुति है,वैसे यह फ़िल्म अभी प्रदर्शित नहीं हो पाई है उम्मीद है इस वर्ष अक्टूबर में प्रदर्शित हो।फिर तो अनिल पतंग द्वार निर्मित और प्रदर्शित जट जटिन आदि के साथ बलमा रंग रसिया,लव यू दुल्हिन,सैंया ई रिक्शावाला के साथ साथ कई छोटे बड़े फल्मों का निर्माण बेगूसराय में हुआ और आगे भी होगा।इसी क्रम में आज फिर एक लघु फ़िल्म कब तक कि शूटिंग सम्पन्न हुई।इसके लेखक,निर्देशक संजय कुमार,कैमरा राहुल और शंकर कुमार हैं।और कलाकार हैं पंकज गौतम,अरुण शाण्डिल्य और लवली सिंह।यह फ़िल्म संजय कुमार का एक प्रयास मात्र है,यह फ़िल्म लघु फ़िल्म के रुप में अगर अपना स्थान बना पाई तो इसी कहानी को लेकर भविष्य में हिन्दी फीचर फिल्म भी बनाने के बारे में सोचा जाएगा।याबी इस फ़िल्म की भविष्य कैसा रहेगा यह तो आनेवाला वक्त ही बताएगा।

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