- बहते पानी में हाथ-पांव धोया, कई जगहों पर टायर जलाया
पटना.आज गजब का नजारा देखने को मिला.एक तरफ लोग घर के अंदर पेयजल नहीं जाने की शिकायत को लेकर सड़क पर उतरे थे तो दूसरी ओर बहते पानी में महाशय हाथ-मुंह साफ कर रहे हैं. थानों को ग्रेडिंग करने के फरमान के बाद दीघा थाना की पुलिस की सक्रियता बढ़ गयी.किसी तरह से पानी समस्या को लेकर सड़क पर उतरे लोगों को जाम हटाने का आग्रह के साथ धमकाते रहे कि सड़क जाम करने का अधिकार किसने दे रखा है.डी.के.वर्मा कहते रहे कि विभागीय अधिकारों को सूचना दे गयी है,जाम हटा लें.इसके बाद मोबाइल वीडियोग्राफी करने लगे. बता दें कि स्थानीय बांसकोठी के लोगों को पेयजल नहीं मिल रहा है.सप्ताहभर से हलकान थे.पूर्व में पी.एच.ई.डी.अधिकारियों को सूचना दी गयी थी.अधिकारी आये और गेट नं० 93 के निकट पानी टंकी के सामने शाह आर्केड के पास जल बहाव का मुयायना किये और चले गये.कई वषों से पाइप का लिकेज होते रहता है. गत वर्ष महाछठ पर्व के अवसर पर पाइप का लिकेज बंद करवाया था.मरम्मती के एक पखवाड़ा के पुन:जल बहाव शुरू हो गया.यहाँ से लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है.
विशेष जानकारी रखने वालों का कहना कि कई बार शिकायत दर्ज कराने पर इंजीनियर साहब मरम्मत कराते तो हैं, परन्तु कुछ ही दिनों मे फिर पानी का बहाव शुरू हो जाता है.कारण यह है कि मरम्मत के लिए जो रांगा का प्रयोग किया जाना चाहिए वो नहीं होता है,और यह प्रक्रिया पुनः चलती रहती है.रांगा के बदले पटुआ से लिकेज बंद किया जाता है.जो पटुआ सड़ जाता है और लिकेज बरकरार हो जाता है. दिनांक 3 जुलाई 2018 को बाँसकोठी के स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जाहिर किया, लोगों का कहना यह है कि यहाँ पीने की पानी की समस्या हमेशा ही रहती है।उनकी समस्या कोई भी नहीं सुनता है । पानी नहीं मिलने का मुख्य कारण गेट नं० 93 पानी टंकी के शाह आर्केड के पास कई वषों से पाईप का लिकेज है ।यहाँ हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। कई बार शिकायत दर्ज कराने पर इंजीनियर साहब मरम्मत कराते तो हैं, परन्तु कुछ ही दिनों मे फिर पानी का बहाव शुरू हो जाता है।कारण यह है कि मरम्मत के लिए जो रांगा का प्रयोग किया जाना चाहिए वो नहीं होता है,और यह प्रक्रिया पुनः चलती रहती है।
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