विकास से लोगों का घ्यान भटकाकर भाजपा लोगों को दिग्भ्रमित करने का कार्य कर रही है : हेमन्त सोरेन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 13 अगस्त 2018

विकास से लोगों का घ्यान भटकाकर भाजपा लोगों को दिग्भ्रमित करने का कार्य कर रही है : हेमन्त सोरेन

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) झारखण्ड सरकार के मुखिया रघुवर दास को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे एनआरसी के दायरे में आते हैं कि नहीं ? वे बाहरी हैं या फिर झारखण्डी ? एनआरसी का मुद्दा लाकर लोगों का ध्यान विकास के मुद्दे से भटकाया जा रहा है। मूल विषयों से भटक चुकी यह सरकार अपनी चोरी छिपाने के लिये नये-नये एजेंडों के साथ लोगों को दिग्भ्रमित करने का काम कर रही है। राज्य के लोगों ने मान लिया है कि यह सरकार जनविरोधी है। खिजुरिया (दुमका) स्थित अपने आवास पर दिन सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में एक लंबे गेप के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए झामुमों के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बोल रहे थे। एनआरसी के मुद्दे पर श्री सोरेन ने केन्द्र की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एनआरसी का मुद्दा सिर्फ भारतवर्ष के लिये ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिये एक समस्या है। इस विषय पर अलग एक फोरम है किन्तु इसपर राजनीतिकरण किया जा रहा है। हेमन्त सोरेन ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो लोग बाहर बस गए उसपर सरकार क्या कर रही है ? पूर्व मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि इस राज्य में विकास ठप्प हो चुका है। हेमन्त सोरेन ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार पूरी तरह उदासीन है। सुन्दर बालाओं के साथ मुख्यमंत्री रैंप वाक करते हैं। राज्य में चिकनगुनिया, डेंगू जैसे रोगों की उन्हें कोई चिन्ता नहीं रह गई है। अस्पतालों में मरीजों को दवा उपलब्ध नहीं हो पा रहा, ऐसी नाजुक स्थिति में राज्य के मुख्यमंत्री मौज-मस्ती में अपना सारा समय ब्यतीत कर रहे है। सरकार के मंत्री, जनप्रतिनिधिगण विकास कार्यों को छोड़कर राजनीतिक बयानबाजी पर उतर चुके हैं। आने वाले चुनाव की तैयारी में सभी लगे हुए हैं। चुनावी वर्ष है यह, केन्द्र से लेकर तमाम भाजपा शासित राज्यों में चुनाव पर केन्द्रीत कार्यक्रम ही चलाए जा रहे हैं। श्री सोरेन ने कहा श्रावणी माह का समय है। देश के भिन्न-भिन्न प्रदेशों से कांवरियों का जत्था पूजा के लिये एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाते हैं। भाजपा के लोगों ने इस श्रावण माह के इस पवित्र त्योहार का भी राजनीतिकरण कर दिया है। देश के भिन्न-भिन्न प्रदेशों में महिला-पुरुषों के साथ काॅवरियेां की मारपीट व उपद्रव देखने को मिल रहा है। जो कभी देखा नहीं गया था वैसी-वैसी चीजें देखने-सुनने को मिल रही हैं। श्री सोरेन ने कहा सरकारी आँकड़ों में 50 प्रतिशत तक धान की बुआई का आँकड़ा दिखलाया जा रहा है जबकि मात्र 30 प्रतिशत तक ही खेती हो पायी है। सूबे की समाज कल्याण, महिला व बाल विकास मंत्री डाॅ0 लुईस मराण्डी पर तंज कसते हुए झामुमांे के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि दुमका की विधायक द्वारा स्कूलों में सड़े हुए अंडे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पूरी तरह भ्रष्टाचार में संलिप्त मंत्री  धन उगाही में खासा रुची ले रही हैं। झामुमों सहित संपूर्ण विपक्ष की निगाहें आने वाले समय में इन पर होंगी। इनके भ्रष्टाचार का पोलखोल जरुरी हो चुका है। हेमन्त सोरेन ने कहा मसानजोर डैम कोई नया इश्यू नहीं है। अभी का मुद्दा राजनीति से प्रेरित है। यह दो राज्यों के बीच का मामला है। डेम के स्वामित्व व जल की उपयोगिता पर पुर्नविचार जरुरी है। मसानजोर डैम मुद्दा पूरी तरह ठेका से संबंधित है। भाजपा कार्यकर्ताओं को प0 बंगाल सरकार की ओर से ठेका प्राप्त नहीं हुआ तो इसे राजनीतिक मुद्दा बना लिया गया। मसानजोर डैम में हाईडल पाॅवर मशीन से आज तक बिजली उत्पादन उन्होंने नहीं देखा। इस डैम के विस्थापितों की मांग है कि पुर्नस्थापित किया जाए। उक्त डैम की वजह से आज लोग पूरी तरह भूमिहीन हैं। सरकार जमीन का अधिग्रहण तो कर रही है किन्तु विस्थापितों को उनका अधिकार नहीं मिल रहा है। दो राज्यों के मसानजोर विवाद के मामले को कंन्द्र सरकार द्वारा संज्ञान में लिया जाना चाहिए। श्री सोरेन ने कहा झारखण्ड में  असमाजिक तत्वों द्वारा ही राज्य चलाया जा रहा है। कहीं डीजीपी छः इंच छोटा करने की बातें करते हेैं तो कहीं सरकार के महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री लुईस मराण्डी मसानजोर की ओर आँख उठाकर देखने वालों की आँखें निकाल लेने की बातें करती हैं। इस राज्य में किसानों की स्थिति ठीक नहीं है। वर्षा प्रत्येक वर्ष की समस्या है। बारिस तो हुई किन्तु किसानों को भरपूर अनाज मिल पाऐगा ऐसी बारिस नहीं हुई है। धान फसल की स्थिति इस वर्ष बुरी रहने वाली है। जानवरो के खाने योग्य फसल ही हो पाएगा।  

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