पटना 8 अगस्त, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में लगातार चले आंदोलनों के दवाब में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा है लेकिन शेल्टर होम मामले की जैसी भयावहता अब जाहिर हो रही है उसमें यह बेहद अपर्याप्त व देरी से उठाया गया कदम है. इस बर्बर व अमानवीय सत्ता संरक्षित यौन उत्पीड़न के तार सत्ता के शीर्ष पर बैठे नेताओं तक पहुंच रहे हैं. स्वाधार गृह मामले में केंद्र की सरकार भी कटघरे में है. ऐसी स्थिति में हम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे की मांग करते हैं. इनके इस्तीफे के बिना मामले की सही जांच नहीं हो सकती है. ये लोग मंजू वर्मा के इस्तीफे के जरिए अब अपने को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश-मोदी के इस्तीफे के सवाल पर हम और जोरदार आंदोलन में उतरेंगे, न्याय की लड़ाई जारी रहेगी.
ऐपवा ने भी की नीतीश-मोदी के इस्तीेफे की मांग
ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, राज्य सचिव शशि यादव और राज्य अध्यक्ष सरोज चैबे ने भी कहा है कि मामला जितना आगे बढ़ चुका है, उसमें नीतीश कुमार व सुशील मोदी को अपने पद से अविलंब इस्तीफा देना होगा, मंजू वर्मा का इस्तीफा एक छोटा कदम है.
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