बिहार : वाम दलों ने कहा संस्थाबद्ध अत्याचार के खिलाफ न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

बिहार : वाम दलों ने कहा संस्थाबद्ध अत्याचार के खिलाफ न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा.

  • 14 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर कैंडिल मार्च, 28 अगस्त का ह्यूमेन चेन
  • 16 से 27 अगस्त तक वाम संगठनों के छात्र-युवा व महिला संगठन शेल्टर रेप कांड के खिलाफ संगठित करेंगे प्रचार अभियान
  • 15 शेल्टरों के संबंध में सरकार तत्काल एक्शन रिपोर्ट पेश करे, वरना इस्तीफा दे.
unite-left-protest-bihar
पटना 10 अगस्त 2018, आज सीपीआई राज्य कार्यालय में वाम दलों की बैठक हुई. बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए वाम नेताओं ने कहा कि अब यह बेहद स्पष्ट हो गया है कि मुजफ्फरपुर सहित राज्य के विभिन्न शेल्टर, अल्पावास व स्वाधार गृहों में जो भयावह स्थिति है, उसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह जिम्मेवार है. हम बिहार के इस तरह के 15 शेल्टरों के संबंध में सरकार से एक्शन टेकेन रिपोर्ट पेश करने की मांग करते हैं, वरना नीतीश कुमार व सुशील मोदी अपने पद से इस्तीफा दें. बैठक में भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा, वरिष्ठ नेता केडी यादव; सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह व जब्बार आलम; सीपीआईएम के केंद्रीय कमिटी के सदस्य अरूण मिश्रा व गणेश प्रसाद सिंह, एसयूसीआईसी के राज्य सचिव अरूण कुमार व फारवर्ड ब्लाॅक अशोक कुमार उपस्थित थे. बैठक की अध्यक्षता भाकपा-माले के धीरेन्द्र झा ने किया. वाम नेताओं ने कहा कि भाजपा-जदयू राज में किए गए इस संस्थाबद्ध अन्याय के खिलाफ राजद व अन्य विपक्षी दलों से एकता कायम करते हुए पीड़ितों के न्याय और नीतीश कुमार व सुशील मोदी के इस्तीफे के सवाल पर व्यापक व धारावाहिक आंदोलन चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि आजादी की पूर्व संध्या पर शेल्टरों की गुलामी की जिंदगी के खिलाफ पटना सहित राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा. 16 अगस्त से लेकर 27 अगस्त तक वाम दलों से जुड़े छात्र-युवा व महिला संगठन राज्य के काॅलेजों, स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों में प्रचार अभियान को संगठित करेंगे और 28 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर मानव शृंखला बनाई जाएगी. वाम दलों ने न्याय के इस संघर्ष में बिहार के छात्र-छात्राओं-नौजवानों-महिलाओं व न्यायपसंद नागरिकों से समर्थन की अपील की है.

कोई टिप्पणी नहीं: