पटना (आर्यावर्त डेस्क) 04 सितम्बर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने बयान जारी कहा कि यह कहना गलत है कि भाकपा दो ही बार बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव जीती है। जबकि सच्चाई यह है कि 1977 के परिसीमन के बाद बेगूसराय जिले में दो लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र बेगूसराय और बलिया हो गया। बलिया लोकसभा क्षेत्र में बेगूसराय जिले के पांच विधानसभा सभा क्षेत्र बरौनी, बखरी, बछवाड़ा, चेरियाबरियारपुर और बलिया विधान सभा एवं खगड़िया जिले के अलौली विधानसभा क्षेत्र शामिल था। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बेगूसराय जिले की बलिया लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ती रही है। बलिया लोकसभा से भाकपा के सुर्यनारायण सिंह ने 1980,1989 एवं 1991 में जीत दर्ज की थी जबकि 1996 में शत्रुघ्न प्रसाद सिंह चुनाव जीते थे। 1996 के बाद जीतने भी चुनाव हुए हैं, उसमें भाकपा लड़ाई में रही है। उन्होंने कहा कि 2009 के परिसीमन में बलिया लोकसभा छेत्र समाप्त हो गया और बेगूसराय जिले की सभी सात सीटें बेगूसराय लोकसभा निर्वाचन छेत्र में शामिल हैं। बेगूसराय लोकसभा छेत्र में भाकपा की मजबूत पकड़ है। भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि 1962 से लेकर 1996 तक हर लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी चार से आठ सीटों पर जीतती रही है। वर्तमान बिहार के बेगूसराय, मधुबनी, मोतिहारी, पटना, जमुई, मुंगेर, जहानाबाद और बक्सर लोकसभा सीट पर भाकपा जीतती हारती रही है। 1991 में आठ और 1996 में चार लोकसभा सीटों पर भाकपा चुनाव जीती थी। पार्टी फिलहाल बेगूसराय, मधुबनी, खगड़िया, बांका, मोतिहारी और गया व जमुई सीट पर तैयारी कर रही है।
मंगलवार, 4 सितंबर 2018
बिहार : बेगूसराय, बलिया भाकपा का गढ़ : सत्यनारायण सिंह
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें