बिहार : स्वास्थ्य कर्मिंयों को सात-आठ माह से वेतन भुगतान नहीं - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 25 सितंबर 2018

बिहार : स्वास्थ्य कर्मिंयों को सात-आठ माह से वेतन भुगतान नहीं

स्वास्थ्य कर्मिंयों को सात-आठ माह से वेतन भुगतान नहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वेतन भुगतान करा देने का आग्रह, जगह-जगह विरोध का स्वर मुखरित, धरना,प्रदर्शन,काला बिल्ला के साथ कार्य बहिष्कार जारी, यह तो अगराई है बाकी शेष लगाई है नारा गुंजने लगा

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पटना: बिहार की राजधानी पटना है. यहां पर जिले, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं. नियमित वेतनादि भुगतान न होने से आंदोलन के मूड में है.

क्या सरकार स्वास्थ्यकर्मिंयों को वेतनादि देना ही भूल गयी ?
यह हम नहीं कह रहे है मगर हालात कहने को मजबूर किया है.ए.एन. एम.दीदी मनोरमा कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है.उसे एक साल से वेतनादि नहीं मिल रहा है.आप ही समझे वेतनभोगी परिवारों की मुसीबत.वेतन पर निर्भर,वेतन पर निर्भर बच्चे का दूध, वेतन पर निर्भर स्कूल की फीस,वेतन पर निर्भर बिजली का बिल,वेतन पर निर्भर बैंक का ऋण....आदि-आदि वेतन पर ही निर्भर है.अब तो बनिया भी उधार देने में हाथ खड़ा कर दिया है.समय पर बिजली और बैंक ऋण नहीं चुकाने पर भारी दण्ड देने को मजबूर हैं.दोनों से लगातार नोटिस मिल रहा है.

मजे की बात है स्वास्थ्य सचिव का कथन
बिहार सरकार के स्वास्थ्य सचिव  कहते हैं कि सरकार ने कर्मिंयो के वेतनमंद की राशि आवंटित कर दी है. सवाल उठता है आखिर वह आवंटित राशि कहां चली आकाश में या पाताल में. यह कटाक्ष करते हैं स्वास्थ्यकर्मी.उन कर्मिंयों का कहना है कि सचिव महोदय तो सत्य बोल रहे हैं कि प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंदों में 40 लाख रू.कन्या उत्थान के मद में आवंटित है.कर्मिंयों के हिस्से में एक पैसा नहीं आया है. 

हुजूर आपने आवंटित कर देते तो धरना- प्रदर्शन नहीं न करते 
मनोरमा कुमारी को 10 माह,संध्या कुमारी को 9 माह,वंदना कुमारी को 8 माह,रीता कुमारी को 7 माह से वेतन नहीं मिल रहा है.कमोवेश पटना जिले में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मिंयों की हालत दयनीय है.यह तो कारण स्पष्ट है कि उनको और उनके सहकर्मिंयों को सात-आठ माह से वेतनादि नहीं मिल रहा है.

केवल पीएचसी का ही नहीं  अस्पताल कर्मियों को भी नहीं मिल रहा है वेतन
गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के कर्मचारियों को पिछले दो महीनों से वेतन नहीं मिला है. इसे लेकर आक्रोशित स्टाफ ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और जल्द से जल्द वेतन भुगतान की मांग की. गौरतलब है कि अस्पताल में स्थायी अधीक्षक नहीं होने के कारण वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है और पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिल सका है. कर्मचारियों का यह भी कहना था कि अस्पताल को रेफरल अस्पताल का दर्जा मिलने के बाद से दिक्कतें आ रही हैं.प्राप्त जानकारी के अनुसार विक्रम, दुल्हिन बाजार, पालीगंज, धनरूआ, बख्तियारपुर आदि पीएचसी कर्मियों को सात-माह से वेतन नहीं मिल रहा है.गुरू गोविंद सिंह अस्पताल कर्मियों ने प्रदर्शन किया.            धनरूआ में काला बिल्ला लगाकर धरना दिए.बख्तियारपुर और पालीगंज में कार्य बहिष्कार कर रहे हैं.त्यौहारी मौसम को देखते हुए स्टाफ ने जितनी जल्दी संभव हो, वेतन भुगतान की मांग की है, अन्यथा हड़ताल की चेतावनी दी है. 

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