जमशेदपुर , 25 सितम्बर, जमशेदपुर में सोमवार को चिकित्सकों ने बिना आयुष्मान कार्ड के, डायरिया से पीड़ित एक वृद्ध महिला का इलाज करने से मना कर दिया, और महिला की मौत हो गई। चिकित्सकों ने महिला के बेटे से हाल ही में लांच हुए आयुष्मान कार्ड को लाने के लिए कहा। स्थानीय मीडिया रपटों में मंगलवार को कहा गया है कि डायरिया से पीड़ित 80 वर्षीय रीता देवी को सोमवार को उसका बेटा भक्तु रबिदास एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर लेकर गया, जहां चिकित्सकों ने उससे आयुष्मान कार्ड की मांग की। रबिदास को आयुष्मान कार्ड बनाने में छह घंटे का समय लग गया और जब वह कार्ड लेकर अस्पताल पहुंचा, तबतक उसकी मां की मृत्यु हो चुकी थी। रबिदास ने मंगलवार को स्थानीय मीडिया से कहा कि वह अपनी मां को सोमवार को इलाज के लिए अस्पताल गया था, लेकिन चिकित्सकों ने उससे केंद्र सरकार के एक स्वास्थ्य संबंधी योजना के तहत जारी आयुष्मान कार्ड की मांग की। स्थानीय मीडिया के अनुसार, रबिदास करीब छह घंटे के बाद कार्ड बनवाकर अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां पहुंचने पर उसे अपनी मां के निधन की खबर मिली। रबिदास ने कार्ड को फाड़कर फेंक दिया और अपनी मां के शव को गांव ले आया। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत जन अरोग्य योजना रविवार को रांची से लांच की थी। एमजीएम के उपाधीक्षक, डॉ. नकुल चौधरी ने स्थानीय मीडिया को दिए बयान में कहा, "मरीज का इलाज पहले करना चाहिए था। अगर महिला का निधन किसी की लापरवाही के कारण हुआ है, तो इस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।"
बुधवार, 26 सितंबर 2018
रांची : बेटे को आयुष्मान कार्ड मिलने में हुई देरी, मां का निधन
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