वाशिंगटन, तीन सितम्बर, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक प्रतियोगिता शुरू की है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड को उपयोगी तत्वों में बदलने के लिए नवीन उपाय सुझाने के लिए कहा गया है जिससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल ग्रह का अध्ययन करने में मदद मिल सके। नासा ने एक बयान में कहा कि जब अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह का अध्ययन शुरू करेंगे तो उन्हें स्थानीय संसाधनों की आवश्यकता पड़ेगी। कार्बन डाइऑक्साइड ऐसा संसाधन है जो मंगल ग्रह के वातावरण के भीतर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहता है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि नासा का नया ‘सीओ2 कंवर्जन चैलेंज’ एक जन प्रतियोगिता है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड को उपयोगी तत्व में बदलने के नवीन उपाय मांगे जाएंगे। नासा ने कहा कि ऐसी तकनीकों से हमें मंगल ग्रह पर स्थानीय और उसके मूल संसाधनों का इस्तेमाल कर अन्य पदार्थ बनाने में मदद मिलेगी और जिसका इस्तेमाल पृथ्वी पर भी किया जा सकेगा। नासा प्रतियोगता के नतीजे अगले साल अप्रैल में घोषित करेगी जिसमें पांच टीमों में से प्रत्येक को 50,000 अमेरिकी डॉलर दिए जाएंगे।
सोमवार, 3 सितंबर 2018
नासा ने कार्बन डाइऑक्साइड को उपयोगी तत्वों में बदलने के लिए मांगे सुझाव
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