पटना, 23 अक्टूबर। जे॰एन॰यू॰ छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं छात्र नेता कन्हैया कुमार ने 25 अक्टूबर की ‘‘भाजपा हराओं देष बचाओं’’ रैली को लेकर प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि वर्तमान व्यवस्था में प्रोफेसर, पत्रकार, वकील, मजदूर, किसान, छात्र, नौजवान, आदिवासी, महिलाएं, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अति पिछड़ा के उपर लगातार हमले हो रहे हैं। मौजूदा सरकार कुछ भी करने की बजाए मुठ्ठी भर अमीरों के तिजौड़ी भरने, और जुमलेबाजी करने में व्यस्त हैं। बेबाकी से बोलने वालों पर पत्रकारों को हटाया जा रहा है। नौजवानों के रोजगार छीने जा रहे हैं, लोगों की जमीनें छीनी जा रही है, र्निदोषों को जेल में डाला जा रहा है, हत्यायें हो रही है, सार्वजनिक संस्थाओं को अपने राजनीतिक लाभ के लिए दुरूपयोग किया जा रहा है। इन सवालों को लेकर लोगों में असंतोष और गुस्सा फुट रहा है। आम लोग अपने हक के लिए आवाज उठा रहे हैं ऐसे में जनता की आवाज से आवाज मिलाकर हमें चलना है। भाजपा को हराने में अपनी भूमिका निभाने वाली सी.पी.आई.(एम), सी.पी.आई. (एमएल), काँग्रेस, राजद, लोजद, हम सहित अन्य पार्टियों को आमंत्रित कर जनविरोधी सरकार को चुनौती देने का काम इस विराट रैली के माध्यम से सी.पी.आई. करेगी। केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों, पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस के रोज बढ़ते मूल्यों, आकाष छूती कमरतोड़ महंगाई, बेरोजगारी, सत्ता के षिखर पर बैठे लोगों से लेकर पंचायत स्तर तक हर स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार ;राफेल घोटालाद्ध किसानों की आत्महत्या आदि जनविरोधी कार्यों के खिलाफ तथा समान षिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, एवं भूमि सुधार की मांग को लेकर 25 अक्टूबर को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा आयोजित ‘‘भाजपा हराओं देष बचाओं’’ विराट रैली में आम-आवाम को षामिल होने का आह्वान किया है। एम्स प्रकरण पर उन्होंने कहा कि डाॅक्टर धरती पर भगवान के रूप माने जाते है। भाजपा कभी वकील को तो कभी डाॅक्टरी जैसे सम्मानित पेषों को अपने राजनीतिक फायदे ंके लिए इस्तेमाल करती है, जो स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए खतरनाक है उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर तंज कसते हुए कहा कि बक्सर में एक व्यक्ति का कटा पैर लेकर कुत्ता भाग जाता है। ये चुप रहते हैं। जब विपक्ष में थे तो दवा घोटाले की जाॅंच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे थे। लेकिन जब खुद स्वास्थ्य मंत्री हैं तो दवा घोटाले के मामले पर चुपी साधे हुए है। सृजन घोटाला तो मानो ऐसा हो कि यह घोटाला न होकर भाजपा के लिए कल्याणकारी योजना हो। हर मामले पर चुप रहने वाले भाजपा नेता बिना जाॅंच के एक जिम्मेवार मंत्री पद पर रहते गुण्डा षब्द का इस्तेमाल करते हैं। जबकि केन्द्र एवं राज्य में इनकी सरकार है, न्यायिक जाँच क्यों नही करवा लेते हैं। इनके पास कोई एजेंडा नही है, बेहतर स्वास्थ्य सेवा की नाकामियों को छुपाने के लिए ये ऐसी गलत बयानी करते हैं। उन्होने कहा कि लोकतांत्रिक ढांचें का बना रहना जरुरी है। जिस तरह सीबीआई और उनका लोकतांत्रिक संस्थाओं में गड़बड़ी हो रही है उसे हमें समझना होगा। एक-एक करके देष के लोकतांत्रिक संस्था को कमजोर किया जा रहा है। ताकि लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करके तानाषाही को स्थापित किया जा जाय भाजपा और संघ परिवार के इस साजिष को जनता की एकजुटता के परास्त किया जा सकता है। इसलिए 25 अक्टूबर की रैली को एकताबद्ध रैली का रूप देने का प्रयास किया गया है ताकि देष एवं संविधान की रक्षा की जा सके। प्रेस वात्र्ता में ए.आई.एस.एफ. के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विष्वजीत कुमार, बिहार ए.आई.एस.एफ. के राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित मौज थे।
मंगलवार, 23 अक्तूबर 2018
बिहार : सरकार अमीरों के तिजौड़ी भरने, और जुमलेबाजी करने में व्यस्त : कन्हैया
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