भोपाल, 11 नवंबर, मध्यप्रदेश के चार जिलों में पहली बार जीका वायरस से पीड़ित मरीजों के मिलने के बाद इसकी रोकथाम के लिए उपाय और तेज कर दिए गए हैं। राज्य में 85 मरीज जीका वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। गुजरात, राजस्थान और तमिलनाडु के बाद मध्यप्रदेश में भी जीका वायरस से पीड़ित मरीज मिलने की सूचनाओं के बाद राज्य सरकार भी चौकन्ना हो गयी है। मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने कल यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में इसकी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के उप संचालक डॉ हिमांशु जायसवार ने आज यहां यूनीवार्ता को बताया कि इस वायरस से पीड़ित मरीज में वायरल बुखार जैसे लक्षण ही पाए जाते हैं, लेकिन इसके साथ ही उसकी आंखों में लालिमा के साथ संक्रमण हो जाता है। हालाकि इसका इलाज भी है और उचित उपचार की स्थिति में मरीज एक सप्ताह में ठीक हो जाता है। डॉ जायसवार ने बताया कि भोपाल, सीहोर, विदिशा और सागर जिले में अभी तक जीका वायरस से प्रभावित 85 मरीज मिले हैं। इनमें कुछ गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। इन सभी का इलाज किया जा रहा है। जीका वायरस फैलने का मुख्य कारण एडीज मच्छर है और प्रभावित इलाकों में मच्छरों और लार्वा नष्ट करने के अभियान पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
रविवार, 11 नवंबर 2018
मध्यप्रदेश में जीका से पीड़ित 85 मरीज
Tags
# देश
# मध्य प्रदेश
# स्वास्थ्य
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
स्वास्थ्य
Labels:
देश,
मध्य प्रदेश,
स्वास्थ्य
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें