पटना: प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के परिसर में है हार्टमन बालिका उच्च विघालय.इस विघालय में पढ़ती थी एलिन बाकला.वह बारहवीं कक्षा में पढ़ती थी.इस समय बारहवीं कक्षा की आंतरिक परीक्षा दे रही थीं.वह शनिवार को दीघा गई थीं.फिर घर नहीं लौटी.परिजन सोच विचार ही कर रहे थे कि यकायक मोबाइल का रिंग टॉन होने लगा.मोबाइल से दुखद खबर मिली कि एलिन बाकला का निधन हो गया है.वह पी.एम.सी. एच.से बोल रहा था.दीघा में असुध अवस्था में पड़ी थी तो उसे उठाकर पी.एम.सी.एच.में भर्ती कराया. इलाज के दरम्यान दम तोड़ दी.बैंग को टटोलने पर मोबाइल नम्बर मिली. बता दें कि एलिन बाकला का पिता का नाम अलंफस बाकला है.इनका घर गुमला जिला में है.कटकाही पल्ली के करंज टोली में रहते हैं.अलफंस की बेटी एलिन बाकला परिजन के घर पर रहकर पढ़ती थीं. बता दें कि दीघा थाना क्षेत्र में है कुर्जी चश्मा सेंटर गली.इसी गली के अंदर सेराफीना का घर है.वह कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल में कार्यरत हैं.उन्हीं के घर में रहकर हार्टमन बालिका उच्च विघालय में रहती थीं. वह अभी Xll में पढ़ती थीं.इसके अलावे दीघा के एक्स.टी.टी.आई. रोड में मिशनरी संस्था द्वारा कम्प्यूटर एण्ड स्पोकेन इंग्लिश सेंटर में प्रशिक्षण खत्म कर ली थी.कुर्जी में ही कोचिंग करती थीं.
अलंफस बाकला की पुत्री
एलिन बाकला रहती हैं.शनिवार को वह किसी काम से दीघा गई थी.जहां असुध अवस्था में पायी गयी.समझा जाता है यह सड़क दुर्घटना का मामला है. आज रविवार को एलिन बाकला का शव का पोस्टमार्टम पीएमसीएच में किया गया.रिपोर्ट आने के बाद ही मौत पर से पर्दा हटेगा.आज शाम में पवित्र मिस्सा करने के बाद अंतिम संस्कार कुर्जी कब्रिस्तान में कर दिया गया.
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