पटना। बेशक प्रभु येसु ख्रीस्त मृतकों में से जी उठे। वे गुड फ्राइडे के दिन सलीब पर चढ़ाए गए और उन्होंने प्राण त्याग दिए। पवित्र धर्मग्रंथ बाइबिल के अनुसार प्रभु येसु ख्रीस्त पराक्रम के साथ तीसरे दिन रविवार को तड़के जी उठते हैं। इसी मिलीजुली उम्मीद में है ईसाई समुदाय हैं। यह लोकआस्था है कि मृतक कयामत के दिन मृतकों में जी उठेंगे। इसी उम्मीद को थामकर परिजन बैठे हैं। प्रत्येक मृतकों का पर्व 2 नवम्बर को मनाते हैं। बोलचाल में मुर्दों का पर्व कहते हैं। बताते चले कि एक नवम्बर को सभी संतों का पर्व मनाया जाता है। दो नवम्बर को सभी मृतकों का पर्व मनाया जाता है।तीन नवम्बर को मृतक कार्डिनल और बिशप का पर्व मनाया जाता है। अब से कुछ घंटों के बाद मुर्दों का पर्व मनाना शुरू हो जाएगा। हमारे निज सूत्र गोडेन अंतुनी ठाकुर और मेरी इग्नासियुस बेतिया से खबर देने के लिए तैयार हैं। कुर्जी पल्ली से संजय कुमार ने कहा है कि कुर्जी पल्ली स्थित कब्रिस्तान की कब्रों पर आशीष साढ़े तीन बजे से और चर्च परिसर में मिस्सा पूजा चार बजे से है। इस बीच मृतक के परिजन कब्रों पर पुष्प अर्पित करने में लग गए हैं। बता दें कि बीजेपी के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह के भागीरथ प्रयास से चहारदीवारी का निर्माण संभव हो सका है।इसमें विधायक संजीव चौरसिया जी का योगदान उल्लेखनीय है।उनके ही कोष से चहारदीवारी का कार्य संभव हो सका है।पूर्व पल्ली पुरोहित फादर जोनसन भी कार्य में सहयोग दिए हैं जिसको नकारा नहीं जा सकता है।
शुक्रवार, 2 नवंबर 2018
बिहार : अब से कुछ ही घंटों के बाद मुर्दों का पर्व होगा शुरू
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें