भारत चीन के बाद दूसरा प्रमुख एशियाई अन्वेषक देश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 22 नवंबर 2018

भारत चीन के बाद दूसरा प्रमुख एशियाई अन्वेषक देश

india-second-in-patent-publishing
नई दिल्ली 22 नवंबर, एक दशक में लगभग दोगुने पेटेंट प्रकाशित करने के साथ भारत चीन के बाद दूसरा प्रमुख एशियाई अन्वेषक देश बन गया है। गुरुवार को आई एक नई रिपोर्ट में यह बात कही गई है। फिलाडेल्फिया में स्थित 'क्लैरिवेट एनालिटिक्स' द्वारा प्रकाशित 'इंडिया इन्नोवेशन रिपोर्ट' के अनुसार, प्रमुख एशियाई देशों में कुल पेटेंट प्रकाशन के मामले में चौथे तथा वृद्धि दर के मामले में चीन के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। शोध के अनुसार, भारत में पेटेंट संबंधित गतिविधियां पिछले पांच सालों में 10.8 फीसदी की संयुक्त वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ रही हैं जो सिर्फ चीन के बाद दूसरे स्थान पर हैं, जहां 15.5 फीसदी सीएजीआर से बढ़ रही है। क्लैरिवेट एनालिटिक्स' के उपाध्यक्ष अरविंद पछापुर ने एक बयान में कहा, "भारत में नवोन्मेश की अनवरत बढ़ती वृद्धि दर उम्मीद जगानी वाली है।" उन्होंने कहा, "पिछले दो सालों में भारत की शीर्ष चार प्रौद्योगिकी श्रेणियों 'कम्प्यूटिंग', 'पॉलीमर्स एंड प्लास्टिक्स', 'कम्यूनिकेशंस' और 'फार्मास्युटिकल्स' में सबसे ज्यादा वृद्धि विभिन्न उद्योगों के मूल में 'कंप्यूटिंग और कम्यूनिकेशंस' की प्रौद्योगिकियों के उपयोग में वृद्धि दिखाती है।" यह विश्लेषण एक पेटेंट शोध एप्लीकेशन 'डेरवेंट इन्नोवेशन' के मिले आंकड़ों पर आधारित है।

कोई टिप्पणी नहीं: