नई दिल्ली, 6 नवंबर, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि आरबीआई केंद्र सरकार के प्रस्तावों को सुनता/समझता है, लेकिन फैसला हमेशा राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखकर ही लेता है। व्यापार समाचार चैनल सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में राजन ने कहा कि केंद्रीय बैंक, सरकार द्वारा जारी सभी प्रस्तावों को सुनता है और उसका सबसे बेहतर 'पेशेवर' जवाब देता है। उन्होंने कहा, "इसके पास एक जिम्मेदारी है। इसे सुनना होता है, बेशक, अंत में इसे फैसला भी करना होता है, क्योंकि आखिरकार यह इसकी जिम्मेदारी है।" सरकार द्वारा आरबीआई अधिनियम की धारा 7 के इस्तेमाल, जो इसकी स्वायत्तता को प्रभावित करता है, की खबरों पर उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि ऐसा कोई कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि आरबीआई और सरकार दोनों को एक-दूसरे की प्रेरणा और विचारों की इज्जत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं कि सबसे अच्छा तो यही होगा कि दोनों पक्ष एक-दूसरे की प्रेरणा और विचारों की इज्जत करें.. आरबीआर सरकार के निर्देशों को सुनने के बाद ही सबसे पेशेवर जवाब दे सकता है.. और ऐतिहासिक रूप से भी इसने ऐसा किया है।" उन्होंने कहा, "मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि वह आज भी ऐसा कर सकता है।"
बुधवार, 7 नवंबर 2018
आरबीआई सरकार की सुनता है, निर्णय देश हित में लेता है : राजन
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