बिहार : सात बच्चों को पहली बार परमप्रसाद मिला,कहा येसु मेरे दिल में आए - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 17 नवंबर 2018

बिहार : सात बच्चों को पहली बार परमप्रसाद मिला,कहा येसु मेरे दिल में आए

seven-kids-god-blesses-bihar
बेतिया: पश्चिम चम्पारण में है दुसैया पल्ली. इस पल्ली में उमंग पसरा रहा. बपतिस्मा संस्कार ग्रहण करने और पापस्वीकार करने वाले सात बच्चों को पहली बार परमप्रसाद मिलने वाला था.उन बच्चों को परमप्रसाद ग्रहण करने व धार्मिक ज्ञान शिक्षकों ने सीखा दिया है.परिजन सफेद वस्त्र बनवा लिए हैं. बस इंतजार है ऐतिहासिक रविवार का जिस दिन येसु मसीह का शरीर रोटी के रूप में और रक्त दाखरस के रूप में ग्रहण करेंगे.

आखिर वह दिन आ ही गया
आज रविवार 11 नवम्बर, 2018 है. दुसैया पल्ली में रहने वाले सात बच्चों को प्रथम परमप्रसाद मिलने वाला है.ग्वादालूपे मां मरियम  गिरजाघर में भक्तगण आ गए हैं.जिन सात बच्चों को परमप्रसाद मिलना है अपने परिजनों के साथ आ गए हैं.इनके पीछे पल्ली पुरोहित फादर जोसेफ डिसुजा के नेतृत्व में  पांच पुरोहित भी आ गए हैं.मिस्सा पूजा शुरू.गायन मंडली समय-समय पर गीत गा रहे हैं.इस बीच परमप्रसाद का वितरण करने का समय आ गया.सबसे पहले प्रथम बार परमप्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चों को परमप्रसाद दिया गया.सात में तानिया राजेश भी हैं. वह राजेश अंथोनी व अनिता राजेश की पुत्री तानिया राजेश हैं.इसके बाद अन्य भक्तों को परमप्रसाद दिया.येसु मेरे दिल में आया....परमप्रसाद  ग्रहण करने के बाद बच्चों व परिजन चुपके से कहा. प्रथम परमप्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चे पुष्पांजलि करेंगे ग्वादालूपे मां मरियम का वार्षिक पर्व रविवार 9 दिसम्बर को नगर से सटे पादरी दुसैया में धूमधाम व उत्साह से मनाया जाएगा.इस अवसर पर बच्चे पुष्पांजलि करेंगे.यह परंपरा है कि परमप्रसाद व दृढ़करण संस्कार ग्रहण करने वाले सफेद वस्र पहनकर पुष्पांजलि करते हैं. बताते चले कि यह मां मरियम के तीर्थ स्थल है.इस साल भी पादरी दुसैया में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ने की संभावना है.हालांकि पर्व की आगाज तो दिसंबर से ही शुरू हो जाएगी.पादरी दुसैया अवस्थित ग्वादालूपे माता मरियम की ख्याति दूर-दूर तक फैली है.करामाती मां मरियम के दरबार में पहुंचने वाले भक्त कभी निराश नहीं लौटते है.  प्रथम परमप्रसाद का मिस्सा करने वाले फादर जोसेफ डिसुजा, फादर जोटिल जोस, फादर किरण, फादर आनंद पास्कल, फादर मेंसेंट, फादर सचिन आदि उपस्थित रहे.

कोई टिप्पणी नहीं: