बिहार : पटना, 14 दिसम्बर। पिछले तीन दिनों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिष्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी आई.जी.एम.एस. की छात्राओं की मांग आज भी नहीं मानी गई कई छात्राओं की हालत गंभीर होगी है। जिन्हें इमरजेंसी में भत्र्ती किया गया है। अजा बिहार महिला समाज की ओर कार्यकारी अध्यक्ष निवेदिता झा और ए.आई.एस.एफ. के कई साथी धरना स्थल पर गये और अनषन पर बैठी लड़की की मांगों का समर्थन किया। ए.आई.एस.एफ. और बिहार महिला समाज की ओर से प्रतिनिधिमंडल आज आई.जी.एम.एस. के डीन से मिला उन्होंने छात्राओं के समक्ष आकर उनकी मांगों की सुनवाई करने का आष्वासन दिया। ज्ञातव्य है कि पिछले दिनों आई.जी.एम.एस. की छात्रा ने आत्म हत्या कर ली थी जिसके खिलाफ अन्य छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठी है। उनका कहना है कि ये मामला आत्म हत्या नहीं हत्या का है। पूरे मामले की जांच सी.बी.आई. से कराने की मांग की है। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि आई.जी.एम.एस. में नर्संग का कोर्स कर रही छात्राओं ने आरोप लगाया है कि उनके साथ मानसिक और शरीरिक शोषण हो रहा है। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा अन्य प्रधानाचार्य सहित वैसे सभी षिक्षकों के निलम्बन की मांग की जो भी इस घटना में लिप्त रहे हैं। बिहार महिला समाज मांग करता है कि छात्राओं की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाये और इस पर कार्रवाई हो। जबतक उनकी मांगों को नहीं मान लिया जायेगा उनको समर्थन करते रहेंगे।
शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018
बिहार : भूख हड़ताल पर बैठी आई.जी.एम.एस. की छात्राएं
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