स्ट्रांग रूम परिसर का जायजा
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन मंे विदिशा जिला मुख्यालय पर बनाए गए स्ट्रांगरूम परिसर का कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम ंिसंह ने शनिवार की सुबह मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। स्ट्रांगरूम परिसरों में तैनात सुरक्षाकर्मियों से बेरिकेट के इस पार खडे़ होकर कलेक्टर श्री सिंह ने सुरक्षा प्रबंधों के संबंध में पूछताछ की। ज्ञातव्य हो कि विदिशा रिटर्निंग आफीसर के द्वारा स्ट्रांगरूम परिसर का हर रोज जायजा लिया जाएगा के दिशा निर्देश निर्वाचन आायोग द्वारा जारी किए गए है। विदिशा जिले की पांचो विधानसभाओं में मतदान प्रक्रिया में उपयोग लाई गई ईव्हीएम मशीन और व्हीव्हीपैट को एसएटीआई के कैलाश सत्यार्थी सभागृह के समीप बनाए गए स्ट्रांगरूम में डबललाॅक में सुरक्षित रखी गई है। स्ट्रांगरूमों की सुरक्षा के लिए आयोग द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुसार सुरक्षाकर्मी भी चैबीस घंटे तैनात है। कलेक्टर द्वारा लिए गए जायजा अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह चैहान, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा और विदिशा विधानसभा के रिटर्निंग आफीसर श्री चंद्रप्रताप गोहल तथा डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव भी साथ मौजूद थी।
वन्दे मातरम् का गायन हुआ
प्रत्येक माह की एक तारीख को शासकीय कार्यालयों में वन्दे मातरम्् गायन के उपरांत शासकीय कार्यो का सम्पादन किया जाता है जिसके तहत आज एक दिसम्बर को भी कलेक्टेªट परिसर में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की उपस्थिति में अधिकारी-कर्मचारियों ने वन्दे मातरम् गान का गायन किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह चैहान, एसडीएम श्री चंद्रप्रताप गोहल, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव भी मौजूद थी। थी।
विश्व एड्स दिवस पर प्रदर्शनी का आयोजन
विश्व एड्स दिवस एक दिसम्बर को जिला चिकित्सालय परिसर में जनजागरूकता प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था जिसका लोकार्पण सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ संजय खरे ने किया। छाया चित्रों के माध्यम से एड्स क्या है, क्यो होता है, बचाव के उपाय और क्या-क्या सावधनियां बरते के अलावा इलाज हेतु किए गए प्रबंधों की जानकारियां प्रदर्शित की गई है। ज्ञातव्य हो कि विदिशा जिले में भी एक से लेकर सात दिसम्बर तक एड्स सप्ताह का आयोजन किया गया है। सप्ताह भर आयोजित होेने वाली गतिविधियों के संबंध मंे इस दौरान विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
एचआईवी एडस क्या है
एड्स जिस वायरस के कारण होता है, उसका नाम एचआईवी है। यह शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को धीरे-धीरे कम करता है और जब यह क्षमता क्षीण हो जाती है तो शरीर में विभिन्न रोगों के लक्षण प्राप्त होने लगते है। इसी अवस्था को एड्स कहते है।
रोग फैलने के कारण
असुरक्षित यौन सम्पर्क करने से किसी एचआईवी ग्रसित व्यक्ति से सम्पर्क में आने वाले दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को एचआईवी वायरस फैलने का खतरा होता है। अधिक जानकारी के अनुसार एचआईवी एड्स फैलने का प्रमुख कारण असुरक्षित यौन सम्पर्क है। संक्रमित रक्त से या कोई व्यक्ति बीमार या दुर्घटनाग्रस्त है और इलाज के दौरान उसे रक्त की आवश्यकता पड़ती है तो रक्त चढ़ाने से पहले उसकी जांच करना चाहिए। यदि एचआईवी संक्रमित रक्त उस व्यक्ति को चढ़ाया जाता है तो उसे एचआईवी एड्स का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित सुई व सीरिंज से यदि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई तो अन्य व्यक्ति इसका इस्तेमाल करता है तो उसे भी एचआईवी संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसलिए हमेशा व्यक्ति को डिस्पोजेबल सुई व सीरिंज का ही उपयोग किया जाना चाहिए। एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला से उसके होने वाले शिशु में भी एचआईवी संक्रमण का खतरा रहता है।
एड्स के रोकथाम व उपाय
असुरक्षित यौन सम्पर्क से बचें। यौन सम्पर्क से पूर्व निरोध का इस्तेमाल अवश्य करें। रक्त चढ़ाने की आवश्यकता पड़ने पर उसकी सम्पूर्ण जांच अवश्य कराएं। हमेशा डिस्पोजेबल सुई एवं सीरिंज का उपयोग करें। शासन द्वारा एचआईवी परामर्श एवं जांच केन्द्रों पर एचआईवी ग्रसित व्यक्ति उचित सलाह एवं जांच करवाएं। गर्भवती महिलाओं, टीबी के रोगियों, यौन रोगियों एवं जनसामान्य को निःशुल्क परामर्श एवं जांच सेवा उपलब्ध कराई जाएं। जिला अस्पतालों में चिकित्सा महाविद्यालयों तथा कुछ सामुदायिक केन्द्रो में एकीकृत जांच परामर्श केन्द्र संचालित हैं, उन केन्द्रों पर सम्पर्क कर सकते हैं। एचआईवी पाॅजिटिव एवं एड्स पीड़ितों के उपचार हेतु एआरटी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां पर ग्रसित व्यक्ति निःशुल्क औषधी एवं उपचार करवा सकता है।
जनजागरूकता लाना आवश्यक
आमजन में एचआईवी एड्स के बारे में जागरूकता लाना चाहिए। सभी गर्भवती महिलाओं, टीबी के मरीजों की एचआईवी जांच अवश्य करवाना चाहिए। एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों को छूने से, उनके साथ रहने से, साथ खाना खाने से, मच्छर काटने से, छींकने या खांसने से संक्रमण नही फैलता है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, उनसे भेदभाव नहीं करना चाहिए। एड्स से ग्रसित व्यक्ति एआरटी इलाज के सहारे लम्बे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकता है।
रेड रिबिन पर दीप प्रज्जवलित कर दिया संदेश
विश्व एड्स दिवस आज एक दिसम्बर को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिन भर एड्स के प्रति जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सायं साढे छह बजे माधव उद्यान परिसर मंें रेड रिबिन और जनजागरूकता का संदेश देने वाला जाने एड्स पर आधारित रंगोली बनाई गई और उस पर रखे गए दीप प्रज्जवलित किए गए। सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ संजय खरे ने दीप प्रज्जवलन की शुरूआत की इसके पश्चात डाॅ मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों, प्रोजेक्ट आफीसरों के अलावा अन्य ने सहभागिता निभाई। इस दौरान एड्स से बचाव के उपायो को रेखांकित करने वाले जनजागरूकता नारों का उद्घोषित किए गए।
जिले मेें धान के नौ एवं ज्वार बाजरा के एक-एक केन्द्र स्वीकृत
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम ंिसंह ने बताया कि जिले के पंजीकृत किसानों से धान, ज्वार, बाजरा उपार्जन कार्य 15 जनवरी तक किया जाएगा। शासन द्वारा जिले मेें धान के नौ उपार्जन केन्द्र तथा ज्वार एवं बाजरा के क्रमशः एक-एक केन्द्र स्वीकृत किए गए है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि जिले में पंजीयन की संख्या, बोया रकवा एवं वेयर हाउस में भंडारण क्षमता की उपलब्धता और कृषकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिला उपार्जन समिति द्वारा धान हेतु तीन केन्द्र वेयर हाउस स्तर पर, दो केन्द्र अन्य स्थानों पर खोले जाने एवं ज्वार, बाजरा हेतु एक-एक केन्द्र मंडी स्तर पर खोले जाने का निर्णय लिया गया है।
मूंग, उड़द, तिल एवं रामतिल का समर्थन मूल्य पर क्रय 19 जनवरी तक
जिले में मूंग, उड़द, तिल एवं रामतिल के पंजीकृत किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी कार्य 19 जनवरी तक जिले में मेपिंग किए गए 48 उपार्जन केन्द्रों पर किया जाएगा। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम ंिसंह ने पंजीकृृत किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए भारत सरकार द्वारा की गई प्राइस सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) के अंतर्गत खरीफ विपणन का कार्य निर्धारित अवधि में समिति प्रबंधकों के माध्यम से सुव्यवस्थित रूप से किया जाए। खरीदी केन्द्रों का निर्धारण तहसीलवार किया गया है जिसके अनुसार कुरवाई में सात, ग्यारसपुर में दो, गुलाबगंज एवं पठारी में तीन-तीन, बासौदा में 13, लटेरी में तीन, नटेरन एवं शमशाबाद में दो-दो, विदिशा में पांच तथा सिरोंज में आठ खरीदी केन्द्र संचालित किए जा रहे है। सेवा सहकारी समिति मर्यादित के माध्यम से खरीदी कार्य किया जा रहा है। क्रमांक 06/अहरवाल
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