बिहार : एक साल से ए. एन. एम. का वेतन और डी. ए. भुगतान नहीं - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 13 जनवरी 2019

बिहार : एक साल से ए. एन. एम. का वेतन और डी. ए. भुगतान नहीं

अब गेंद सरकार के पास है जल्द से जल्द वेतन और डी.ए. भुगतान करवाने का आदेश निर्गत करेंबिहार चिकित्सा एवं  जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर बेमियादी हड़ताल
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पटना,13 जनवरी। एक साल से ए. एन. एम. का वेतन और डी. ए. भुगतान नहीं हो रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के समक्ष ए.एन.एम. वेतन एवं डी. ए. भुगतान करने की मांग और गुहार लगाकर थकहार गयी हैं। तब भी सरकार के द्वारा 2211 हेड में राशि आवटन नहीं किया जा रहा है। वहीं पटना जिले के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर प्रमोद झा भी ए.एन.एम. के पक्ष में पेरोकार नहीं बन रहे हैं। चारों तरफ से निराश होकर ए.एन.एम. 15 जनवरी 2019 से बेमियादी हड़ताल पर जाने का निश्चिय किया है। अब गेंद सरकार के पास है जल्द से जल्द वेतन और डी.ए. भुगतान करवाने का आदेश निर्गत करें। ऐसा नहीं करने से 15 जनवरी से होने वाला मीजल्स-रुबेला टीकाकरण अभियान पर असर पड़ेगा। वैसे तो दवा ढोने वाले कुरियर बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। बिहार चिकित्सा एवं  जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर बेमियादी हड़ताल।

मीजल्स-रूबेला के बीच में वेतन न भुगतान करने से अड़चन निश्चित 
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ए.एन.एम. ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पास सामूहिक आवेदन दिए हैं कि हम सभी ए.एन.एम.का विगत एक साल से आवंटन के अभाव में वेतन और डी.ए. नहीं मिल रहा है। उनका कहना है कि हमलोग के समक्ष भुगमरी की स्थिति आ गयी है तथा बच्चों की पढ़ाई बन्द हो चुकी है। वेतन के अभाव में अनेक तरह की बाधाएं उत्पन्न हो रही है। अनुरोध किया गया कि हमलोगों की परिस्थिति को देखते हुए उच्च अधिकारियों से संपर्क कर हमलोगों की कठिनाइयों को दूर करने की कृपा करें। ऐसा नहीं हमलोग सभी ए.एन.एम.15.01.2019 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।  

मकान का किराया,बच्चों की पढ़ाई, दैनिक भोजन आदि की चिन्ता से बेहाल 
बिहार सरकार के राज्यकर्मियों को 12 माह से वेतन नहीं मिल रहा है। तो जाहिर सी- बात है कि इसका सीधा असर परिवार पर पड़ेगा। वैसा हुआ भी। एक ए.एन.एम. के पतिदेव सन्नी मैथ्यू बीमार हो गया। दिमाग के एक नस फट गया। मुंह टेड़ा हो गया। बोलने में दिक्कत और चलने में परेषानी। यह सब उसके दिमाग का एक नस फट जाने से रक्तस्त्राव होने से हो गया। रक्त जम गया। इन कारणों से वह मौत के मुंह में जाने लगा था। अपने पतिदेव सन्नी मैथ्यू की गंभीर हालत को देखकर किसी महाजन से कर्ज लेकर पत्नी इलाज करवाने लगी। दवा और दुआ के बल पर सन्नी मैथ्यू मौत के मुंह से बच निकला। मगर वह पूर्णतः ठीक नहीं हो पाया है। अर्थाभाव के कारण सन्नी का बेहतर ढंग से इलाज नहीं हो रहा है।

हेड नम्बर-2211 में राशि आवंटन नहीं
राज्यकर्मियों को वेतन नहीं मिल रहा है। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत ए.एन.एम.को हेड नम्बर-2211 के माध्यम से वेतनादि मिलता है। इसमें राशि आवंटित नहीं किया जाता है। इसको लेकर सिविल सर्जन डाक्टर प्रमोद झा के कार्यालय में स्वास्थ्यकर्मी सत्याग्रह भी किए थे। उनका कहना है कि मांग के अनुसार राशि नहीं मिलता है। काफी कम राशि आने से बंटवारा किया जाता है। जो ऊंट के मुंह में जीरा की तरह होती है। स्वास्थ्य कर्मियों की हालत से पसीजकर बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय से मिलकर वेतनादि मुहैया कराने का आग्रह किया है। इस पर मंगल मंत्री महोदय ने 2211 में राशि आवंटित करवाने का आश्वासन दिया। मगर उसका असर सामने नहीं आया है।

ए.एन.एम. ने सभी बच्चों को कहा कि बच्चों सालभर से वेतन नहीं मिल रहा है
15 जनवरी से जिले में मीजल्स-रुबेला टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। 9 माह से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों का टीकाकारण किया जाएगा। इसके लिए सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों के सहयोग से रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। 15 फरवरी से दो सप्ताह तक सरकारी व निजी विद्यालयों, मदरसा, मरकज आदि में बच्चों को टीका दिया जाएगा। इसके बाद अगले दो सप्ताह तक आंगनबाड़ी केंद्रों, ईट-भट्ठा आदि पर बच्चों को टीका दिया जाएगा। 

ए.एन.एम. ने सरकार से आग्रह किया
हुजूर, आपके पाले में गेंद है। एक साल से वेतन-डी.ए. नहीं मिल रहा है। आपसे आग्रह है कि बच्चों की जिंदगी सुरक्षित रखने के लिए वेतन भुगतान करने का आदेश निर्गत करें। ऐसा करने से मीजल्स -रूबेला पर असर नहीं पड़ेगा। अब तो आप ही निर्णय ले सकेंगे। एक परिवार के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं और द्वितीय मीजल्स -रूबेला अभियान प्रभावित होगा। भारत सरकार अब खसरा मुक्त भारत के लक्ष्य पर काम कर रही है। 2020 तक भारत को खसरा मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत शुरु हुए इस महाअभियान के तहत खसरा के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए मीजल्स-रुबेला का टीका लगाया जा रहा है। फ्री में लगाए जा रहे इस टीकाकरण अभियान को युद्धस्तर पर देशभर में शुरू किया गया है।  स्वास्थ्य महिला कर्मियों ए. एन. एम. ग्रेड ए नर्स के द्वारा भी बिहार चिकित्सा एवं  जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अधीन संचालित स्वास्थ्य महिला उप समिति के राज्य कार्यकारिणी की बैठक जिला कार्यालय में किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पूरा राज्य में स्वास्थ्य महिला कर्मियों ए. एन. एम. ग्रेड ए नर्स के द्वारा आगामी 15 जनवरी से वेतन भुगतान होने तक विभागीय कार्य का वहिष्कार किया जाना है। बैठक में संघ के अध्यक्ष रामचन्द्र मिश्रा ने बताया कि जिले में ए एन एम का वेतन भुगतान लगभग 10 माह से लम्बित है। स्वास्थ्य महिला कर्मी आर्थिक तंगी से जूझ रही है।

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