बिहार : पत्रकार पर हुए हमले की भर्त्सना करते हुए गरजे गिरिराज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 25 जनवरी 2019

बिहार : पत्रकार पर हुए हमले की भर्त्सना करते हुए गरजे गिरिराज

giriraj-condemn-journalist-attack
अरुण कुमार (बेगूसराय) , बिहार में बिगड़ते लॉ एंड आर्डर पर विपक्ष के हमले के बीच अब सरकार में शामिल बीजेपी ने भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने पटना में हुए पत्रकार हमले पर सवाल खड़ा करते हुए सीएम नीतीश कुमार को मामले में संज्ञान लेने की सलाह तक दी है। पटना के एक निजी अस्पताल की गुंडई सामने आई थी।जिसमें पत्रकार के साथ मार-पीट करने का मामला प्रकास में आया था।जिसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने ही गठबंधन के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल खड़े किए है।पत्रकार हमले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में खुद संज्ञान लें।गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार हमेशा से कहते आये है कि चाहे कुछ भी हो जाये मगर कभी भी लॉ एंड आर्डर से समझौता नहीं करेंगे।गिरिराज सिंह सीएम नीतीश कुमार को यहाँ तक सलाह दे दी है कि ऐसे मामलों में सीएम को गंभीरता से लेना होगा

क्या था मामला :-
आगे आपको बता दें कि सगुणा मोड़ स्थित हाईटेक अस्पताल की गुंडई सामने आई थी। अस्पताल मैनेजमेंट पर पैसे की खातिर मृतक को जिंदा बताकर इलाज करने का आरोप लगा था।अस्पताल प्रबंधन जबरन इलाज के नाम पर बड़ी रकम की वसूली करना चाह रहे थे। परिजनों का आरोप था कि जब उनलोगों ने इसका विरोध किया तो अस्पताल के कर्मियों ने उनके साथ मारपीट भी की।इसी दौरान अस्पताल प्रबंधक ने न्यूज कवर करने गए पत्रकारों को टारगेट कर पीटा भी था।पत्रकारों का मोबाइल और कैमरा छीन लिया और उन्हें हॉकी स्टिक और रॉड से जमकर पीटा गया था।इस हमले में दो पत्रकार गंभीर रूप से घायल हो गए थे।अब इस तरह का कांड अगर पत्रकारों के साथ किया जाएगा तो पत्रकार जो कि एक संवाद वाहक है,हर एक बात (वाकया) से सबों को आम जनता से लेकर पुलिस प्रशासन और राजनेताओं तक एक दूसरे के साथ सम्बन्ध स्थापित करनेवाले स्तंभों के साथ ही ऐसी घटनाओं का अंजाम देना शुरु हो जाएगा तो फिर कौन इस सम्बंध को बरकरार रखेगा,यह विचारणीय है। 

कोई टिप्पणी नहीं: