बिहार : विधान सभा में 18 साल से एंग्लो-इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 25 जनवरी 2019

बिहार : विधान सभा में 18 साल से एंग्लो-इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह द्वारा प्रतिनिधित्व देने की मांगप्रतिनिधित्व देने के सवाल पर 15 नवम्बर 2000 के बाद से किसी मुख्यमंत्री की पहल नहींसूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताया गया
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पटना,25 जनवरी। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताकर ही बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने आग्रह किया है कि कि बिहार का विभाजन होने के बाद 15 नवम्बर 2000 से किसी मुख्यमंत्री ने एंग्लो-इंडियन समुदाय को बिहार विधान सभा में प्रतिनिधित्व देने के सवाल पर पहल नहीं किया है। जिसके कारण 18 साल से एंग्लो-इंडियन समुदाय का बिहार विधान सभा में प्रतिनिधित्व नहीं हो पा रहा है।

ईसाई और एंग्लो-इंडियन समुदाय की समस्या का हल नहींः
आज जरूरत है कि बाबा साहब के पद चिन्हों पर चला जाए। भारतीय संविधान में दिए गए अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जाए। अल्पसंख्यक में एंग्लो-इंडियन समुदाय भी है। जो बिहार विभाजन के बाद से हो गया है। श्री साह ने कहा कि झारखंड में 10 से 15 हजार की संख्या में एंग्लो-इंडियन समुदाय के लोग होंगे। उसी तरह कमोमेष बिहार में भी है। बावजूद, इसके बिहार विधान सभा में उक्त समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। पिछली सरकारों की तरह ही अल्पसंख्यकों में जनसंख्या की हिसाब से द्वितीय स्थान पर रहने वाले ईसाई समुदाय के साथ दोयम दर्जें का व्यवहार किया जाता रहा है। जो आज भी जारी है। भारतीय संविधान के तहत लोक सभा और विधान सभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय के लोगों को प्रतिनिधित्व देने का प्रावधान है। इसे अमल नहीं किया जा रहा है। संविधान में किए प्रावधानों की रक्षा हो सके।

संवैधानिक प्रावधानों को पालन करने का आग्रहः
संवैधानिक प्रावधानों का पालन करवाने का अधिकार महामहिम राज्यपाल महोदय को है। बिहार विधान सभा में एंग्लो-इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं हो पा रहा है। महामहिम बिहार विधान सभा में उक्त समुदाय के लोगों को प्रतिनिधित्व नहीं है। इसके आलोक में मनोनीत करना अनिवार्य है जो आपके विषेषाधिकार के अंदर हैं। हां, इसमें अहम भूमिका माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही उठा सकते हैं। यह जरूरी है कि माननीय सीएम प्रस्ताव पारित कर महामहिम के समक्ष अग्रसारित करे। शेष कार्य को महामहिम संपादित कर देंगे। वैसे तो अल्पसंख्यक समुदाय के हित में सीएम नीतीश कुमार ने महत्वपूर्ण कार्य करते रहे हैं। एक कार्य करें एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व बिहार सभा में कर दें। ऐसा करने से ईसाई और एंग्लो इंडियन समुदाय का हित और कल्याण होगा।

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