विजय सिंह ,आर्यावर्त डेस्क, 22 जनवरी 2019, देश के केंद्रीय व राज्य सरकारों के चिकित्सा ,जन स्वास्थ्य ,स्वच्छता और जल वितरण के बजट से भी ज्यादा के संपत्ति के धारक रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अम्बानी हैं.२२ जनवरी से दावोस में शुरू होने जा रहे विश्व आर्थिक फोरम की वार्षिक बैठक से ठीक एक दिन पहले गैर सरकारी संस्था ऑक्सफेम की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है.रिपोर्ट बताती है कि मुकेश अम्बानी की कुल सम्पत्ति 2.8 लाख करोड़ की है जबकि चिकित्सा ,स्वास्थ्य ,जल,स्वच्छता के लिए सरकार का बजट 2,08,166 करोड़ का है. ऑक्सफेम का मानना है कि देश के शीर्ष एक प्रतिशत सबसे अमीर लोग यदि अपनी संपत्ति के एवज में 0.5 प्रतिशत अतिरिक्त कर का भुगतान करें तो देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा किये जा रहे योगदान में 50 प्रतिशत की बढ़ौतरी हो सकती है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के निचले 50 प्रतिशत आबादी की कुल संपत्ति के बराबर संपत्ति देश के 9 अरबपतियों के पास है. भारत में एक तरफ अमीर जहाँ लगातार और अमीर होते जा रहे हैं वहीँ गरीब के पास दो वक़्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो रहा है.ऑक्सफेम की अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक विन्नी ब्यानयिमा का कहना है कि दावोस में होने वाले विश्व आर्थिक फोरम की सभा में समाज में समानता के अधिकार की दिशा में कदम उठाये जाने की दिशा में गंभीरता से मंथन करने की आवश्यकता है.उन्होंने अमीर और गरीब के बीच की बढ़ती खायी को पाटने की जरुरत पर बल दिया. ऑक्सफेम की रिपोर्ट कहती है कि भारत की 13.6 करोड़ जनता 2004 से लगातार कर्ज में डूबी हुयी है.विन्नी कहती हैं कि इस बढ़ती हुयी आर्थिक असमानता से देश के सामाजिक और लोकतान्त्रिक संरचना में प्रभाव पढ़ सकता है. ऑक्सफेम इंडिया के कार्यकारी अधिकारी अमिताभ बेहर कहते हैं कि देश में धनाढ्यों और कंपनियों से लिए जाने वाला अपर्याप्त कर इस असामनता की बड़ी वजह है. ऑक्सफेम ने देश के कुल 119 अरबपतियों की सूची में पिछले वर्ष 18 नए अरबपतियों के जुड़ने की बात कही है.
मंगलवार, 22 जनवरी 2019
देश के चिकित्सा,स्वास्थ्य,जल,स्वच्छता बजट पर भारी मुकेश अंबानी
Tags
# व्यापार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
व्यापार
Labels:
व्यापार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें