राफेल मामले पर राहुल ने प्रधानमंत्री को दी सीधी बहस की चुनौती - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 3 जनवरी 2019

राफेल मामले पर राहुल ने प्रधानमंत्री को दी सीधी बहस की चुनौती

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नयी दिल्ली, दो जनवरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राफेल मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला और उन्हें चुनौती दी कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर उनके साध सीधी बहस करें। राफेल मामले पर एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री की टिप्पणी को लेकर गांधी ने कहा कि न जाने मोदी किस दुनिया मे रहते हैं, जबकि हकीकत यह है कि पूरा देश उनसे राफेल पर सवाल पूछ रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री को सच्चाई और विश्वसनीयता के साथ जवाब देना चाहिए। गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ' राफेल मामले पर प्रधानमंत्री के साथ आमने सामने से बात करने के लिए 20 मिनट दीजिये और फिर आप फैसला करिए कि क्या होता है। लेकिन प्रधानमंत्री के पास साहस नहीं है। उनके पास आपके :मीडिया: सामने आने का साहस नहीं है।" बाद में राहुल ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, " कल संसद में प्रधानमंत्री 'ओपेन बुक राफेल डील एक्जाम' का सामना करेंगे। सवाल पहले से पता पता हैं: 1.वायुसेना को 126 विमानों की जरूरत थी तो सिर्फ 36 विमानों का सौदा क्यों? 2. विमान की कीमत 526 करोड़ रुपये की बजाय 1,600 करोड़ रुपये क्यों की गई? 3. एचएएल को बजाय ए ए (अनिल अंबानी) को ठेका क्यों दिया गया?" उन्होंने कहा, 'क्या वह परीक्षा के लिए आएंगे ? या किसी प्रतिनिधि को भेज देंगे?" गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे की कथित बातचीत वाला ऑडियो का हवाला देते हुए गांधी ने सवाल किया कि आखिर पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के पास कौन सी फाइलें हैं? गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऑडियो टेप में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री साफ कह रहे हैं कि पर्रिकर जी ने कैबिनेट बैठक में बोला कि मेरे पास राफेल फाइल है और पूरी जानकारी है और मुझे कोई परेशान नहीं कर सकता है। हो सकता है कि इस तरह के और टेप हों।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ पर्रिकर जी एक तरह से प्रधानमंत्री को धमकी दे रहे थे, ब्लैकमेल कर रहे हैं।’’ गांधी ने कहा, ‘‘ सवाल यह है कि पर्रिकर जी के शयनकक्ष में क्या जानकारी है, क्या फाइलें हैं और इसका असर मोदी जी पर क्या होगा?’’ लोकसभा में जेटली के भाषण का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘'अपने भाषण में जेटली जी ने बोला कि 16 00 करोड़ रुपये की बात कहां से आती है? अब इन्होंने खुद कहा कि 58 हजार करोड़ रुपये का सौदा है। 36 विमान खरीदे जा रहे हैं। एक विमान की कीमत क्या हुई? जेटली जी, 1600 करोड़ रुपये की संख्या आपने दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विमान की कीमत बढ़ाई गई। ये किसने किया, कैसे हुआ? हमारा मुख्य सवाल है कि क्या वायुसेना ने यह निर्णय लिया था या उसने इस पर आपत्ति जताई थी?’’ गांधी ने कहा, ‘‘पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर ने साफ कहा था कि मुझे सौदे के बारे में कुछ नहीं पता। अब कह रहे हैं कि उनके शयन कक्ष में फाइले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने प्रक्रिया बदली। विमान की कीमत 1600 करोड़ रुपये कराया। ओलांद से कहा कि डबल ए (अनिल अंबानी) को कांट्रैक्ट को दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं और हिंदुस्तान के किसानों से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये चोरी करके सबसे अमीर लोगों का कर्जा माफ किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संसद में वो व्यक्ति नहीं खड़े हुए जिन्होंने सौदा बदलवाले का फैसला किया। लेकिन जेटली जी उनका बचाव कर रहे हैं जो खोखला है। वह छिप नहीं सकते।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ जेटली जी झूठी बातें करते रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा कि जेपीसी की जांच कराइए और देखिए क्या आता है। जैसे जांच होगी दो नाम आएंगे।’’ गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस मामले में सच्चाई और विश्वसनीयता के साथ जवाब दें। इससे पहले, लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में सवालों का सामना करने के लिए संसद में आने की हिम्मत प्रधानमंत्री में नहीं है और वह अपने कमरे में ‘छिपे हुए’ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब इस मामले में ‘पूरी दाल काली’ है तथा अब पूरा देश प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहा है कि किसके कहने पर राफेल का सौदा बदला गया। लोकसभा में राफेल मामले पर चर्चा के दौरान उन्होंने दावा किया कि संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच से ही इस मामले में ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ हो जाएगा।

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