बिजली करंट लगने से घायल मिस्त्री संदीप राम की इलाज के दौरान हुई मृत्यु
अरुण कुमार (बेगूसराय) बेगूसराय बखरी बखरी प्रखण्ड के रामपुर गाँव में तीन दिन पहले घायल बिजली मिस्त्री संदीप राम की मृत्यु गुरुवार को हो गई।मौत के बाद बखरी में जमकर हो हंगामा हुआ।गुस्सा से भड़के लोगों ने बिजली मिस्त्री के शव को दोपहर बाद दो बजे बखरी-बेगूसराय मुख्य मार्ग के रामपुर चौक पर रखकर सड़क जाम कर दिया।स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।जाम के कारण सैकड़ों वाहन घंटों जाम में फंसे रहे।आसपास की सभी सड़कें भी जाम से प्रभावित काफी प्रभावित रही।स्थानीय लोग शट डाउन नहीं देने वाले पावर हाउस के ड्यूटी कर्मचारी व ठेकेदार के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर,गिरफ्तार करने और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। जाम हटवाने के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।जाम हटवाने पहुँचे बीडीओ अमित कुमार पांडेय व अंचलाधिकारी कृष्णमोहन चौधरी ने आक्रोशित लोगों को उनकी सभी माँगों को मानने का आश्वासन दिया।कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत वार्ड पार्षद ने शव के अंतिम संस्कार के लिए राशि निर्गत करने का आश्वासन दिया, वहीं अंचलाधिकारी ने आकस्मिक दुर्घटना के तहत 4 लाख रुपये दिलवाने का आश्वासन भी लोगों को दिया। साथ ही उक्त मामले में दोषी ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन भी दिया।बखरी में पिछले 16 महीनों में तीन बिजली कमर्चारियों की मौत हुई है,ये सभी ठीकेदारों के अन्दर काम करनेवाले कामगारों में से थे।बखरी में बिजली मिस्त्री की मौत का सिलसिला जारी है. पिछले 16 महीने में सिर्फ बखरी नगर क्षेत्र में करंट लगने से बिजली मिस्त्री की मौत होने की यह तीसरी घटना है. अक्टूबर 2017 में मक्खाचक वार्ड नंबर-06 निवासी बिजली मानव बल कर्मी साजिद अंसारी की मौत बखरी बाजार में पोल पर बिजली ठीक करने के दौरान करंट लगने से हो गई थी।इस घटना के कुछ महीने बाद ही नगर क्षेत्र के शकरपुरा में भी बिजली मिस्त्री की मौत पोल पर ही बिजली ठीक करने के दौरान करंट लगने से हो गई थी।इस बार सोमवार 14 जनवरी को बिजली मानव बल कर्मी रामपुर निवासी संदीप राम की मौत एग्रीकल्चर फीडर लाइन की तार जोडने के दौरान करंट लगने से हो गई।तीनों ही घटनाओं में एक समानता यह पाई गई कि ये सभी घटनाएं पावर हाउस से शटडाउन नहीं मिलने के बावजूद गलत जानकारी पर मानव बल के पोल पर चढ़ने और बिजली ठीक करने की कोशिश करने पर हुई।बावजूद इसके बिजली कंपनी और सरकार ने किसी भी मामले की ना तो जांच की, ना ही किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की कोई जिम्मेदारी ही तय की। जाहिर तौर पर आज तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं हुई. अब देखना ये है कि ताजा घटना में सरकार या बिजली कंपनी क्या एक्शन लेती है.

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें