कुंभ नगरी, 13 जनवरी, दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुम्भ मेले में साधु-महात्मा और श्रद्धालुओं को मकरसंक्राति के पहले पर्व पर गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी के संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पर्याप्त पानी पहुंच गया। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड अभियंता मनोज कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही साधु-महात्मा और श्रद्धालुओं को अविरल और निर्मल गंगा जल में स्नान कराने के लिए निर्देशित किया है। गंगा में पर्याप्त जल पहुंच गया है। गंगा के बीच में दिखने वाले बालू के टीले गंगा के जल में छिप गये। श्री सिंह ने बताया कि 25 दिसम्बर को नरौरा डैम से 5000 हजार क्यूसेक जल श्रद्धालुओं के स्नान के लिए छोड़ा गया है। वर्तमान में गंगा में बहाव अच्छा बना हुआ है। नरौरा से जल छोड़ने के बाद प्रयागराज पहुंचने में 15 दिन का समय लगता है। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को मकरसंक्रांति का पहले स्नान के साथ ही कुंभ का आगाज होगा। इसी दिन अखाड़ों का पहला शाही स्नान भी किया जायेगा। श्री सिंह ने बताया कि 14 जनवरी से लेकर चार मार्च तक लगातार पानी का प्रवाह बना रहेगा। साधु-महात्मा और श्रद्धालुओं को स्नान के लिए पर्याप्त अविरल और निर्मल पानी आ गया है।
रविवार, 13 जनवरी 2019
कुम्भ : गंगा में पहुंचा नरौरा बैराज से पानी
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