बेगुसराय : भारद्वज गुरुकुल की प्रस्तुति असुरों का संहार। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 17 फ़रवरी 2019

बेगुसराय : भारद्वज गुरुकुल की प्रस्तुति असुरों का संहार।

acted-in-begusaray
अरुण कुमार (बेगुसराय) बंगाल के पुरुलिया से आये 16 कलाकार semi classical folk dance Chhau का प्रदर्शन भारद्वाज गुरुकुल के ऑडिटोरियम में महिषासुर मर्दिनी theme पर किया।इस कार्यक्रम का संयोजन स्पिक मेके SPIC MACAY यानी Society for the Promotion of Indian Classical Music and Culture amongst Youth ने किया है। पूरे विश्व में भारत अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है।इस क्षेत्र में अपना देश अव्वल है।बच्चों और युवाओं के बीच ऐसे कार्यक्रम उन्हें सम्मान और गर्व का भाव देते हैं।बहुत सारी विधाएं विलुप्त होने के कगार पर हैं।धरोहरों को संजोने के लिए समय समय पर ऐसे कार्यक्रम किये जाते हैं।कश्मीर में भी महिषासुर रूपी आतंकवादियों ने मां भारती को लहूलुहान किया है।अंजाम महिषासुर वध जैसा ही होगा।भारत की तरक्की में व्यवधान पैदा करने की कोशिश करने वालों के लिए साफ संदेश है कि समय कभी रुकता नहीं।हम दोगुनी ऊर्जा से संस्कार भरने का काम करेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: