साथ साथ पुलवामा में शहीद वीर जवानों को भी याद कर श्रद्धाञ्जलि अर्पित किया गया।
बेगुसराय (आर्यावर्त संवाददता) सादगी, सरलता, विनम्रता और शालीनता की "प्रतिमूर्ति" देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ०राजेन्द्र प्रसाद की 56वीं स्मृति दिवस समारोह शाहिद सुखदेव समन्वय समिति के तत्वावधान में उनके आदमकद प्रतिमा स्थल हर हर महादेव चौक बेगूसराय में पुष्प माल्यार्पण करने के साथ ही पुलवामा में शाहिद भारतीय सैनिकों को श्रद्धाञ्जलि दिया गया।इस आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेन्द्र कुमार ने की जबकि कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार डॉ०चंद्रशेखर चौरसिया ने की।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सदर विधायक प्रतिनिधि ब्रजकिशोर सिंह ने कहा कि वे सत्य-अहिंसा,क्षमा-दया,न्याय सहिष्णुता, करुणा जैसे सद्गुणों के साधक थे।उन्होंने कठोर परिश्रम और साधना से स्वतंत्रता आंदोलन को मंजिल तक पहुँचाया।वे देश के महान विभूति थे।बेगूसराय सहकारिता बैंक के अध्यक्ष नरेंद कुमार सिंह उर्फ धनकु ने कहा कि डॉ०राजेन्द्र प्रसाद भारत के ही नहीं विश्व के धरोहर थे।आज हम सबों को उनके पदचिन्हों पर चलने की आवश्यकता है।वे स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति पद को 1950 से 1962 तक सुशोभित किया।वे देश वासियों को सदा स्मरणीय रहेंगे।बेगूसराय के ज्योतिषाचार्य सह बालीवुड फ़िल्म अभिनेता अरुण शाण्डिल्य ने भी अपने वक्तव्यों में कहा कि आज देश की जो स्थिति परिस्थिति बनी हुई है ऐसे में डॉ०राजेन्द्र प्रसाद जैसे नेता आज भी देश के लिये उतना ही महत्वपूर्ण है जितना अंग्रेजो के गुलामियों के वक्त था।ऐसे ही सहनशील, कर्मठ, विषम परिस्थितियों में भी युक्ति पूर्ण कार्य करनेवाले देश के लिए हितकारी हो सकते हैं।
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