कुंभ नगर,18 फरवरी, दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुंभ में पांचवे स्नान पर्व माघी पूर्णिमा से पहले त्रिवेणी का जलस्तर घटने से स्नानार्थी खासे परेशान है जबकि अधिकारियों को गंगा के जलस्तर में कोई कमी नजर नहीं आती। कुंभ को ऐतिहासिक बनाने का हरसंभव प्रयास कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महा आयोजन से पहले स्नानार्थियों से वादा किया था कि कुंभ के दौरान त्रिवेणी पवित्र नदियों के जल से लबालब रहेगी हालांकि शाही स्नान के सम्पन्न होने के बाद योगी के वादे पर अधिकारियों की सुस्ती पानी फेरती नजर आ रही है। तीन शाही स्नान मकर संक्रंति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी तक नागा सन्यासियाें, श्रद्धालुओं और साधु-संतो को स्नान के लिए गंगा का जलस्तर बराबर बना रहा। कामोवेश चौथे स्नान के साथ गंगा का जलस्तर क्रमश: घटने लगा। सिंचाई विभाग (बाढ़) के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह ने बताया कि गंगा की अविरलता और निर्मलता बनी हुई है। श्रद्धालुओं को पर्याप्त मात्रा में गंगा जल में स्नान करने के लिए मकर संक्रांति के पहले स्नान के पहले से नरौरा बांध से लगातार गंगा में 8000 क्यूसेक जलस्तर छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गंगा का जलस्तर में पिछले दिनों की तुलना में तीन से चार सेंटीमीटर का इजाफा होने से विभाग परेशान है। उनका कहना है कि लगातार पानी छोडे जाने और हाल ही में पीछे हुई वर्षा के कारण जलस्तर में वृद्धी हुई है। उन्होंने कहा कि विभाग लगातार गंगा के जलस्तर पर निगाह बनाये हुए है। श्रद्धालुओं को कमर तक पानी में स्नान कराने के लिए हम कटिबद्ध है।
सोमवार, 18 फ़रवरी 2019
गंगा का जलस्तर घटा, कुम्भ स्नानार्थी परेशान
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