जिलाधिकारी मूक दर्शक बने रहे और अंहिसात्मक आंदोलनकारियों पर उप समाहर्ता द्वारा किया जाता रहा दुव्यवहार जन संगठन एकता परिषद के जिलाध्यक्ष सुजात खान ने ज्ञापन के पश्चात पत्रकारों से बड़ी बात कह दिया कि प्रशासन का यह कदम निंदनीय है। शासन प्रशासन को अहिंसात्मक आंदोलनों को गंभीरता से लेने की जरूरत है । अन्यथा लोगों का विश्वास शांतिपूर्ण आंदोलनों के ऊपर से डगमगा जाएगा
दमोह : एस.सी.,एस.टी. ओ.बी.सी. फ्रंट द्वारा जिलाधिकारी के सामने अहिंसात्मक रूप से धरना दिया जा रहा था। यह धरना जिसकी जितनी संख्या भारी , उसकी उतनी हिस्सेदारी के मुद्दे को लेकर दिया जा रहा था। जिलाधिकारी की मौजूदगी में बृहस्पितवार की रात में उप समाहर्ता दमोह एवं स्थानीय प्रशासन ने आंदोलनकारियों के साथ दुव्यवहार कर दिया। जिलाधिकारी मूक दर्शक बने रहे। ऐसा समझा जा रहा है कि अपने कनीय के सहयोग से अहिंसात्मक आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह की हरकत करने पर संपूर्ण जिले में निंदा की जा रही है। ऐसी हरकत करने पर बाज आने का प्रशासन को धमकी दी गयी। प्रशासन के एस.डी.एम. एवं तहसीलदार की बर्बरता पूर्ण कार्रवाई के विरुद्ध शुक्रवार को अनेक संगठनों के समाजसेवी मित्रों ने जिलाधिकारी नीरज कुमार सिंह एवं एस. पी. आर.एस. वेलबंशी को प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही एस.डी.एम. दमोह व तहसीलदार दमोह के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की गई। ऐसा ना होने पर भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतावनी भी शासन प्रशासन को दी गई।आंदोलनकारी वैभव सिंह ने बताया कि रात्रि में एस.डी.एम. , तहसीलदार एवं पुलिस बल ने आकर बिना कोई सूचना के बुरी तरीके से आंदोलन स्थल पर लगे पंडाल को जेसीबी से तहस-नहस कर दिया एंव टेंट का सामान भरकर ले गए एवं आंदोलनकारियों को धमकाते हुए आंदोलन खत्म करने की धमकी भी दी। जन संगठन एकता परिषद के जिलाध्यक्ष सुजात खान ने ज्ञापन के पश्चात पत्रकारों से कहा कि प्रशासन का यह कदम निंदनीय है। शासन प्रशासन को अहिंसात्मक आंदोलनों को गंभीरता से लेने की जरूरत है । अन्यथा लोगों का विश्वास शांतिपूर्ण आंदोलनों के ऊपर से डगमगा जाएगा। महेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि जब तक वंचित समुदाय को संख्या के अनुपात से हक अधिकार नहीं मिल जाता तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर एडवोकेट वैभव सिंह, ओबीसी फ्रंट प्रमुख महेंद्र सिंह, एकता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुजात खान, बामसेफ फ्रंट प्रमुख कोमल प्रसाद, प्रवेंद्र चंद्राकर, कालूराम अहिरवार सहित बड़ी संख्या में विभिन्न जन संगठनों के प्रतिनिधि गण मौजूद रहे।
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