बिहार : अन्त्योदय योजना द्वारा समाज के किनारे रहने वालों को घटिया किस्म का दिया जाता है अनाज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 25 फ़रवरी 2019

बिहार : अन्त्योदय योजना द्वारा समाज के किनारे रहने वालों को घटिया किस्म का दिया जाता है अनाज

  •  आमरण अनशन पर जाने वाले दीघा थानान्तर्गत कुर्जी बालूपर में रहते हैं विकास चंद्र गुड्डू बाबा
  • 28 फरवरी,2019 को साढ़े 11 बजे से आमरण अनशन गर्दनीबाग में शुरू करेंगे

राज्य भर में अन्त्योदय (सी.एम.आर.) योजना के तहत सी.एम.आर. की गुणवत्ता लगभग 17 जिलो में फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर का दाना फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर के पाया जा रहा है जो मानव के इस्तेमाल के लायक नहीं है।

poor-grain-in-antyoday-yojnaपटना,25 फरवरी। माननीय पटना उच्च न्यायालय के द्वारा कथित समाज के प्रहरी हैं विकास चन्द्र गुड्डू बाबा। इसको साबित करने का प्रयास गुड्डू बाबा करते रहते हैं। उन्होंने पटना उच्च न्यायालय में 60 और सर्वोच्च न्यायालय में 05 जनहित याचिका दायर करके साबित किया हैं। इस बार कागजी नहीं पर जिदंगी को चढ़ाकर आमरण अनषन करके साबित करने जा रहा हैं। 28 फरवरी,2019 को साढ़े 11 बजे से आमरण अनशन गर्दनीबाग में शुरू करेंगे। बाबा 55 साल का हैं और वजन 70 किलो है। अब देखना है कि राष्ट्रपिता के मार्ग पर चलने वाले बाबा को न्याय मिल पाता है कि नहीं सामाजिक कार्यकर्ता विकास चन्द्र गुड्डू बाबा कहते हैं कि मुझे माननीय पटना उच्च न्यायालय ने समाज के प्रहरी करार दिया है। सामाजिक कार्य में 1998 से जुड़े हैं। अभी तक पटना उच्च न्यायालय में 60 और सर्वोच्च न्यायालय में 05 जनहित याचिका दायर करके साबित किया हैं। बाबा खुद को वकील नहीं मानते हैं पर न्यायालय में खुद ही मामले को दायर करते हैं और तर्क-वितर्क किया करते हैं। बाबा कहते हैं कि एक नारा दिए हैं ‘डरो नहीं और बिको नहीं‘। इसी पर खुद चलते हैं। एक दिन सभी को परलोक जाना है। कुछ अधिक कार्य करने के लिए सरकार प्रोत्साहित करती है। सरकारी खर्च पर बाॅडी गार्ड उपलब्ध है। इतना कहने के बाद बाबा मुख्य मुद्दा पर आते हैं। कहते हैं कि बिहार के मुख्य सचिव के नाम से आवेदन तैयार किया है। इसकी प्रतिलिपि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय के सचिव, खाघ एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय के सचिव  के साथ बिहार सरकार के गृह विभाग के प्रधान सचिव, पटना जिले के जिलाधिकारी, पटना जिले के वरीय आरक्षी अधीक्षक और पटना जिले के सिविल सर्जन को दिया गया है। इस आवेदन में विस्तार से उल्लेख किया गया है कि राज्य भर में अन्त्योदय (सी.एम.आर.) योजना के तहत सी.एम.आर. की गुणवत्ता फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर के पाये जाने ( गरीबों का निवाला चालव छिनने) को लेकर दिनांक 28 फरवरी, 2019 को साढ़े 11 बजे से आमरण अनशन गर्दनीबाग में शुरू करेंगे।

लगभग 17 जिलो में फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर का दाना
राज्य भर में अन्त्योदय (सी.एम.आर.) योजना के तहत सी.एम.आर. की गुणवत्ता लगभग 17 जिलो में फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर का दाना फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर के पाया जा रहा है जो मानव के इस्तेमाल के लायक नहीं है। बताते चले कि इस मसले को लेकर मार्च 2018 में बाबा ने एक जनहित याचिका दायर की गयी है। राज्य के विद्वान महाधिवक्ता द्वारा कोर्ट को बताया गया है कि भारत सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण के सचिव के द्वारा 5 दिसम्बर,2017 को रिपोर्ट दी गयी है जिसमें कहा गया है कि नालंदा जिले में सी.एम.आर. की गुणवत्ता फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर का है। जो गरीबों के खाने लायक नहीं है। इस रिपोर्ट के आलोक में बिहार सरकार के मानननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  व मुख्य सचिव संबंधित विभाग के स्तर पर पर अनियमिता को रोकने एवं कार्रवाई हेतु बैठक की गयी है। इसी आधार पर प्रेषित याचिका सी.डब्ल्यू.जे.सी. 5415/2018 को माननीय न्यायालय द्वारा सरकार को कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए याचिका को निष्पादित किया है।

माननीय न्यायालय द्वारा सरकार को कार्रवाई करने का निर्देश की जानकारी बाबा को नहीं
बाबा कहते हैं कि याचिका का निष्पादन के उपरांत न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए राज्य एवं केंद्र सहित सभी संबंधित अधिकारियों को न्यायालय के आदेश के आलोक में कार्रवाई हेतु अपना अभ्यागमन के साथ न्यायालय के आदेश की प्रति उपलब्ध कराया था, परन्तु अभी तक की गयी कार्रवाई की जानकारी नहीं दी गयी। यहां तक की सूचना के अधिकार 2005 के तहत संबंधि तमामले की कार्रवाई से संबंधित सूचना मांगने पर सूचना भी उपलब्ध नहीं करवायी गयी है। इस बीच 29 नवम्बर, 2018 को जिलाधिकारी सीवान ने प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य खाघ निगम,बिहार, पटना को नालंदा जिला के सी.एम.आर. की गुणवत्ता फेयर एवरेज क्वालिटी से निम्न स्तर (मानव के उपयोग के लायक नहीं है ) का होने के संबंध में पत्र सं.- 2876/ रा .खा.नि.दिनांक 29.11.2018 निर्गत की गयी है। बाबा कहते हैं कि फिल्म शोले में बच्चों की मां कहती हैं कि सो जा नहीं तो गब्बर सिंह आ जाएगा...। आजकल एक विज्ञापन में क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग बच्चों को कहते हैं कि दूध पी लो नहीं तो कोहली आ जाएगा...। कुछ शरमाते मगर जोरदार ढंग से बाबा कहते हैं कि जब कभी सचिवालय में जाते हैं तो कर्मचारियों के बीच से आवाज आती है कि ठीक से काम करो बाबा आने वाले हैं...। अगर आपको यकीन नहीं हो रहा है तो एक दिन साथ में सचिवालय चले। मामला और सच्चाई सामने आ जाएगा। आमरण अनशन पर जाने वाले दीघा थानान्तर्गत कुर्जी बालूपर में रहते हैं विकास चंद्र गुड्डू बाबा।

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