सैनिकों के बलिदान का राजनीतिकरण कर रहा है सत्तापक्ष : विपक्ष - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 27 फ़रवरी 2019

सैनिकों के बलिदान का राजनीतिकरण कर रहा है सत्तापक्ष : विपक्ष

ruling-parties-are-politicizing-of-of-soldiers-supreme-sacrifices-opposition
नयी दिल्ली 27 फरवरी, विपक्ष ने सत्तापक्ष के नेताओं पर सैनिकों के बलिदान का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए उठाये जाने वाले सभी कदमों पर सरकार को विपक्षी दलों को भराेसे में लेना चाहिए।  लगभग तीन घंटे तक यहां चली 21 विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक लिखित वक्तव्य पढ़ते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीतिक मतभेदों को ऊपर रखना चाहिए। उन्होेंने कहा कि बैठक में शामिल सभी राजनीतिक दलों ने इस पर गहरा रोष व्यक्त किया कि जवानों के बलिदान का सत्तापक्ष के नेता राजनीतिकरण कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने इस पर भी अफसोस जाहिर किया कि देश की लोकतांत्रिक परंपरा के अनुरूप राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक नहीं बुलायी।  विपक्षी नेताओं ने सरकार से राष्ट्र की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा के लिए उठाये जाने वाले सभी कदमों के संबंध में देश को भरोसे में लेने का अनुरोध किया। 

कोई टिप्पणी नहीं: