दुमका (अमरेंद्र सुमन) जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हृदय विदारक आतंकवादी घटना में मारे गए 40 सैनिकों की मौत के बाद पूरे देश में गुस्सा व आक्रोश की स्थिति समान रुप से देखी जा रही है। भारत सहित पूरी दुनिया में पड़ोसी मूल्क पाकिस्तान के विरुद्ध विरोध का स्वर थमने का नाम नहीं ले रहा है। झारखण्ड की उप राजधानी दुमका में भी शहीद सैनिकों के प्रति लगातार श्रद्धांजलि सभाएँ आयोजित की जा रही हैं। कहीं कैंडिल मार्च के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है तो कहीं धरना और प्रदर्शन कर पाकिस्तान को मुँहतोड़ जबाव देने का दबाव सरकार पर बनाया जा रहा है। दिन मंगलवार को सहारा इंडिया परिवार के कर्मियों सहित सम्मानित कार्यकर्ताओं ने भी कैंडिल मार्च निकालकर शहीद सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मंगलवार की शाम सहारा इंडिया कार्यालय (भागलपुर रोड) से शहीद सैनिकों के नाम पर निकाला गया कैंडिल मार्च में सहारा इंडिया परिवार के कर्मी क्षे त्रीय कार्यकर्तागण शामिल थे। दिव्या पैलेस से टीन बाजार चैक तक यह कैंडिल मार्च निकाला गया। इसमें सहारा इंडिया परिवार के कर्मी राकेश प्रसाद सिंह, कौशल किशोर प्रसाद सिन्हा, प्रवीण कुमार मिश्र, संतोष कुमार झा, रमेश कुमार, विकास कुमार, राजेश कुमार तथा सम्मानित कार्यकर्ताा मनमोहन दूबे, राधेश्याम भालोटिया, किशोर कुमार सिन्हा, प्रेम केशरी, गौतम कुमार गौण, प्रमोद ठाकुर, संजीव कुमार सिंह, संतोष कुमार वर्मा, अशोक कुमार झा, मनोज माझी, उत्तम कुमार दाॅन, रंजीत कुमार, राजेश कुमार सिन्हा, निमाई रक्षित व अन्य लोग शामिल थे। सहारा इंडिया सेक्टर कार्यालय दुमका के एक वरीय पदाधिकारी ने कहा राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि मानते हुए सहारा इंडिया परिवार समय-समय पर अपनी प्रतिबद्धता दर्शाता रहा है। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के बाद शहीद सैनिकों के परिवारों को सहारा इंडिया परिवार ने गोद लेकर शहीदों के सम्मान को अक्षुण्ण बनाए रखने की प्रतिबद्धता दिखलायी थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सहारा इंडिया परिवार के इस कदम की सराहना करते हुए अन्य संस्थाओं का भी बढ़-चढ़ कर सामने आने की अपील की थी।
मंगलवार, 19 फ़रवरी 2019
दुमका : कैंडिल मार्च निकालकर सहारा इंडिया परिवार ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
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