बेगूसराय : भाविप के वित्तिय मंत्री ओमप्रकाश कानूनगो का भव्य स्वागत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 12 मार्च 2019

बेगूसराय : भाविप के वित्तिय मंत्री ओमप्रकाश कानूनगो का भव्य स्वागत

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) दिनांक 11 मार्च 2018 रोज सोमवार बेगूसराय परिवहन निगम के पेंशनर समाज के सभागार में बेगूसराय भाविप द्वारा आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि के रुप मे दिल्ली से चलकर आये भाविप के राष्ट्रीय वित्त मंत्री ओमप्रकाश कानूनगो भाविप के शाखा सदस्यों की कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारियों का आदान-प्रदान कर शाखा को मजबूती देने पर बातचीत करने।बातचीत का दौर शुरू हो इससे पहले विधिवत सभाध्यक्ष नन्द किशोर शर्मा-रिटायर्ड जज,ओमप्रकाश कानूनगो,अजित कुमार-प्रांतीय वित्त सचिव ने संयुक्त रुओ से प्रथम तो स्वामी विवेकानंद के टेल चित्र पर पुष्पञ्जली एवं माल्यार्पण करने के बाद दिप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया।कार्यक्रम के शुरुआत में भारद्वाज विद्यापीठ के छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गीत सुजलां सुफलां मलयज शितलाम एवं स्वागत गान पायल कुमारी,शिवंशी कुमारी,साक्षी रानी,रिशु कुमारी,सोनल कुमारी द्वारा गाया गया।इनको हारमोनियम पर संगीत शिक्षक मटुकी जी एवं तबले पर मास्टर समीर भारद्वाज साथ दे रहे थे।गायन के बाद सभी बच्चों को भाविप का शिक्षाप्रद पुस्तक,कलम आदि देकर प्रोत्साहित किया गया।तत्पश्चात भाविप के सभी शाखाओं से आये हुए सचिव,अध्यक्ष एवं सदस्यों का सीधा वार्तालाप ओमप्रकाश कानूनगो से शुरु हुई जिसमें बहुत सारे पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कानूनगो ने कहा कि हमारा काम है समाज को संस्कारित करना।इसके लिये हमें अपने शाखा को अधिक से अधिक सदस्य बनाकर मजबूती और सबलता प्रदान करें।वित्तीय सहायता पर विचार कर वितीय रूप से सबल बनें और समाज को दिशा निर्देश के लिये समय समय पर कार्यक्रम जगह जगह पर करवाएं और संस्कृति संस्कार,प्रेम सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे इसका सन्देश हम लोगों में जाकर देते रहें।यह कार्य हम सरकारी अथवा गैर सरकारी स्कूली बच्चों में जाकर उसके किर्या कलापों को देखें प्रतियोगिता करवायें उसमें प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान लाने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करें।साथ ही उन बच्चों को भी प्रोत्साहित करते हुए प्रतिभागी के रुप मे आने के लिये प्रेरित करें इसके लिये उन्हें भी सांत्वना पुरस्कार दें ताकि उनमें भी कुछ करने की ललक बने और वे अपने जीवन जीने की कला हमारे भाविप से मिले संस्कारों से ओत-प्रोत हों।उन्हें गुरु और ग्रंथ का सम्मान करना सिखायें आदि इसी तरहिं के बातचीत करते हुए अंत में राष्ट्रीय गान जन मन गन से सभा के समाप्ति की घिषणा की गई।इस कार्यक्रम के शुरुआती दौर के मंच संचालन सेवा निवृत्त शिक्षक अरुण कुमार सिंह कर रहे थे।इसके बाद आगे के कार्यक्रमों का मंच संचालन आशिक ठाकुर शाखा सचिव ने किया।बाहरी एवं बेगूसराय शाखा के सचिव,अध्यक्ष एवं सदस्यों की उपस्थिति गरिमामयी रही।श्रीमती उषा रानी,राजकिशोर सिंह,अनिता राय, प्रो० आशा सिन्हा,गजेन्द्र प्रसाद सिंह,अनिल कुमार, सुरेश प्रसाद सिंह,विन्देश्वरी राय,सुमन कुमार सिंह,संतोष कुमार,गणेश सोनी,अरुण शाण्डिल्य सहित कई कार्यकर्ता एवं सदस्य समापन तक जमे रहे।

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