बिहार : मात्र 25 साल में लालू नगर मुसहरी जर्जर हालत में - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 15 मार्च 2019

बिहार : मात्र 25 साल में लालू नगर मुसहरी जर्जर हालत में

  • एक नहीं तीन बार अधूरा शौचालय निर्माण हुआ , खुले में शौचक्रिया करने को मजबूर हैं महादलित मुसहर समुदाय के लोग


राजीव गांधी आवास योजना की शुरूआत 2 जून 2011 को हुई। इसी के तहत लालू नगर मुसहरी में मकान बना दें। उनका कहना है कि घर में आग लगने से जमीन का पर्चा नष्ट हो गयी है। इसके आलोक में पटना सदर के अंचल कार्यालय से जमीन का पर्चा बनवा दें। ताकि राजीव गांधी आवास योजना से मकान बनवा देने में सहुलियत हो। इस ओर पटना नगर निगम के नगर आयुक्त व अन्य अधिकारियों से आग्रह किया गया है।

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पटना,15 मार्च। राजधानी पटना में विभिन्न जगहों पर है मुसहरी। उनमें एक है लालू नगर मुसहरी, बालूपर। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने सुधि ली थी। उन्होंने अव्वल जमीन का पर्चा देकर निर्गत किए। इसके बाद झोपड़ी में रहने वाले मुसहरों को पक्का मकान बनवा दिए। उस समय कुल 16 परिवार के लोग रहते थे। तो प्रत्येक के नाम से 16 घर बनावा दिए। एक महिला और एक पुरूष के लिए दो शौचालय भी बनवा दिए। यह कार्य 1992 से 1994 के बीच में हुआ। समय जाते ही 16 घर बनाने वाले ठेकेदारों की पौल खुलने लगी। ठेकेदारों द्वारा निर्मित घर की छत से बरसात के दिनों में पानी टपकना शुरू हो गया। इसका नतीजा निकला कि छत से प्लास्टर टूटकर जमीन पर गिरना शुरू हो गया। छत के छड़ दिख रहा है। कुछ घरों की छत में सुराख भी हो गयी है। यह सब हादसे वाले हाल हो गया है। घर निर्माण 1994 में और जर्जर घर 2019 में गाथा बयान करती है लालू नगर मुसहरी का घर। पूरे 25 साल हो गया है।

बताते चले कि सरकार और न ही महादलितों के द्वारा निर्मित 16 घरों का रखरखाव नहीं किया गया। इसका नतीजा सामने है। जर्जर हो गया है घर। छत से मलवा रूपी प्लास्टर गिरने से महादलित डर के मारे कांपकर रहते हैं। भगवान भरोसे सोते और रहते हैं। महादलित कहते हैं कि मलवा गिरने से अनेक लोग घायल हुए हैं। किसी की मौत नहीं हुई है। कहते हैं कि यहां पर तीन बार शौचालय बनाया गया है। पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत के कार्यकाल में दो बार शौचालय बनाया गया। धर्मेन्द्र कुमार कहते हैं कि घर निर्माण के समय एक महिला और एक पुरूष के लिए शौचालय बना था। उसे तोड़कर उसी स्थल पर प्रत्येक घर के लिए 16 शौचालय और एक स्नान घर बनाया गया। जो ठेकेदार अधूरा ही बनाकर नौ दो ग्यारह हो गया। उन्होंने कहा कि पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत की मुखिया शषि देवी के कार्यकाल में अधूरा शौचालय बना। 

बताते चले कि पांच पंचायतों को भंगकर उत्तरी मैनपुरा, पूर्वी मैनपुरा, पश्चिमी मैनपुरा, पूर्वी दीघा और पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत को पटना नगर निगम में शामिल किया गया। इसके बाद पटना नगर निगम ने राजधानी नूतन अंचल सृजन किया। यहां पर वार्ड नम्बर-22 ए, वार्ड 22 बी और वार्ड 22 सी बनाया। वार्ड नम्बर-22 ए के वार्ड पार्षद दिनेश कुमार हैं। वार्ड पार्षैद के सहयोग से शौचालय बन रहा है। गड्ढा खोंदकर 6 माह से फरार है। ऐसा लग रहा है कि महादलितों के नसीब में शौचालय नहीं है। वहीं ठेकेदारों के लिए मुसहरी चरागाह बन गया है। राशि हड़पकर चले जाते हैं।

महादलित समुदाय का कहना है कि राजीव गांधी आवास योजना की शुरूआत 2 जून 2011 को हुई। इसी के तहत लालू नगर मुसहरी में मकान बना दें। उनका कहना है कि घर में आग लगने से जमीन का पर्चा नष्ट हो गयी है। इसके आलोक में पटना सदर के अंचल कार्यालय से जमीन का पर्चा बनवा दें। ताकि राजीव गांधी आवास योजना से मकान बनवा देने में सहुलियत हो। इस ओर पटना नगर निगम के नगर आयुक्त व अन्य अधिकारियों से आग्रह किया गया है। घर निर्माण के 25 साल हो गया है। महादलित रजत जयंती की खुशी मनाने के बदले गम मना रहे हैं। आपसे आग्रह है कि रजत जयंती के अवसर पर आवास योजना का उपहार महादलितों को दें दे। 

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