अरुण कुमार (आर्यावर्त) लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान होने के बाद हर पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कब्जा करने के लिए बेहतर उम्मीदवारों के चयन में लगी है।लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान पर भारी दबाव है कि वो अपना फैसला बदल लें।एनडीए लगातार रामविलास पासवान पर यह दबाव बना रहा है कि वो हाजीपुर से फिर से नामांकन करें।जबकि रामविलास पासवान यह फैसला कर चुके हैं कि वो पिछले दरवाजे से संसद में जाएंगे।रामविलास पासवान के इस फैसले के बाद हाजीपुर से नया कैंडिडेट की तलाश की जा रही थी,लेकिन अब एनडीए का रामविलास पर फैसला बदलने का दबाव बना रही है।
सर्वे का वास्ता दिया एनडीए :-
लोजपा के अंदरखाने से यह चर्चा तेज है कि एनडीए ने अपने स्तर पर जो सर्वे करवाया है उसके मुताबिक रामविलास पासवान के जगह हाजीपुर से जो भी कैंडिडेट मैदान में उतरेगा उसके जीतने पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है।एनडीए के सर्वे के मुताबिक रामविलास पासवान ही हाजीपुर सीट निकाल सकते हैं। इसलिए एनडीए यह चाह रही है कि एक बार फिर से रामविलास पासवान हाजीपुर से चुनावी मैदान में उतरकर अपना जलवा कायम दिखा दें।हालांकि रामविलास पासवान ने इस बात को लेकर कोई ठोस जवाब तो नहीं दिया लेकिन माना जा रहा है कि नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद रामविलास पासवान अपना तुरुप का पत्ता खोल सकते हैं।
सर्वे का वास्ता दिया एनडीए :-
लोजपा के अंदरखाने से यह चर्चा तेज है कि एनडीए ने अपने स्तर पर जो सर्वे करवाया है उसके मुताबिक रामविलास पासवान के जगह हाजीपुर से जो भी कैंडिडेट मैदान में उतरेगा उसके जीतने पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है।एनडीए के सर्वे के मुताबिक रामविलास पासवान ही हाजीपुर सीट निकाल सकते हैं। इसलिए एनडीए यह चाह रही है कि एक बार फिर से रामविलास पासवान हाजीपुर से चुनावी मैदान में उतरकर अपना जलवा कायम दिखा दें।हालांकि रामविलास पासवान ने इस बात को लेकर कोई ठोस जवाब तो नहीं दिया लेकिन माना जा रहा है कि नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद रामविलास पासवान अपना तुरुप का पत्ता खोल सकते हैं।
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