शकील अहमद |
मधुबनी (रजनीश के झा) 30 मार्च, महागठबंधन ने सीटों के साथ साथ उम्मीदवारों की भी घोषणा लगभग कर दी है. मधुबनी जिले के दो संसदीय सीट में से जहाँ झंझारपुर से राजद के प्रत्याशी गुलाब यादव की उम्मीदवारी तय हुई है वहीँ मधुबनी सीट मुकेश सहनी की पार्टी वी आई पी के पाले में गई है. एक ओर एनडीए ने अपने प्रत्याशी डॉ अशोक यादव के नाम का एलान कर जन संपर्क में जोर शोर से जुट गई है वहीँ महागठबंधन के तमाम नेताओं के साथ साथ कार्यकर्ताओं और समर्थकों में अब तक स्थिति स्पष्ट ना होने के कारण लगभग भ्रम की स्थिति बनी हुई है. जानना जरूरी है कि वीआईपी पार्टी का जिले में संगठनात्मक ढांचा ना होने के कारण जहाँ उम्मीदवारी पर भ्रम है वहीँ महागठबंधन के घटक के साथ साथ अन्य कई कद्दावर नेता भी भी टिकट के लिये अपनी मूल पार्टी से इतर वीआईपी टिकट के रेस में हैं. वीआईपी टिकट के रेस में कांग्रेस, राजद ही नही भाजपा के नताओं का नाम भी सामने आ रहा है. मधुबनी से पूर्व सांसद रहे कांग्रेस के शकील अहमद का नाम इस रेस में लिया जा रहा है, सूत्र की माने तो शकील अहमद को वीआईपी टिकट मिलना लगभग तय है, वहीँ राजद के कद्दावर नेता रहे अली अशरफ फातमी अपने टिकट को काटे जाने से खासे नाराज हैं, मधुबनी में हुए प्रेस सम्मलेन में जिस तरह से नाराजगी के साथ फातमी ने संकेत दिए वो कदम बढ़ने के ही संकेत थे, फातमी के समर्थक उन संकेतों को बखूबी समझ रहे हैं. वहीं वीआईपी टिकट के रेस में सबसे अलग नाम मधुबनी से भाजपा के विधान पार्षद सुमन महासेठ का सामने आ रहा है. शहरी सूत्र ने तो इसको कन्फर्म तक किया कि अंत में नाम महासेठ जी का ही आने वाला है.
मिथिलेश झा |
वीआईपी को मधुबनी का सीट मिलने के बाद से ही अटकलों का बाजार गर्म रहा कि इस बार मधुबनी बागियों की रणभेरी से गूंजेगा और इस रणभेरी की गूँज मधुबनी संसदीय सीट सुन रहा है. विभिन्न सूत्र की माने तो मधुबनी में अफवाहों ने माहौल को गर्म बना रखा है जिसमें शकील साहेब के बागी होने कि बात सबसे आगे चल रही है वहीँ सुमन महासेठ क वीआईपी में संभावना तलाशना हो या राजद के फातमी की नाराजगी, राजनीतिक रणभेरी अब तक अबूझ बनी हुई है. शहरी मुस्लिम मतदाताओं में पकड़ रखने वाले अमानुल्ला खान का नाम भी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी में लिया जा रहा है लेकिन इस सबके बीच भारती कम्युनिष्ट पार्टी की कार्यकारिणी ने आज मधुबनी से चुनाव लड़ने का एलान कर मधुबनी के फिर से वाम सुगबुगाहट पर मुहर लगाईं है. भाकपा के प्रत्याशी के रेस में सबसे आगे जिला सचिव मिथिलेश झा का नाम चल रहा है. जब तक नामों पर अंतिम मुहर नहीं लगती मधुबनी के नेता, कार्यकर्त्ता और मतदाता में भ्रम रहेगा, इस भ्रम का सर्वाधिक लाभ भाजपा उम्मीदवार अशोक यादव को मिलेगा.
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