पित्रोदा के बयान को लेकर खड़ा हुआ सियासी बवाल, प्रधानमंत्री ने साधा निशाना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 22 मार्च 2019

पित्रोदा के बयान को लेकर खड़ा हुआ सियासी बवाल, प्रधानमंत्री ने साधा निशाना

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नयी दिल्ली, 22 मार्च, बालाकोट में वायुसेना की कार्रवाई के संदर्भ में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के बयान को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने विपक्ष खासकर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सशस्त्र बलों का अपमान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को ‘‘आतंकवाद के समर्थकों की शरणस्थली’’ बताया और उस पर सशस्त्र सेनाओं का ‘‘अपमान’’ करने का आरोप लगाया। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने पित्रोदा की कथित टिप्पणी को उनका निजी बयान करार देते हुए कहा कि वह जवानों की वीरता और शौर्य को सलाम करती है, लेकिन पुलवामा हमला मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी विफलता का उदाहरण है। ‘जनता माफ नहीं करेगी’ हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए मोदी ने ट्वीट में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा की यह कहने के लिए आलोचना की कि मुंबई आतंकवादी हमले के बाद भारत हवाई हमले से जवाब दे सकता था लेकिन ‘‘मेरे हिसाब से दुनिया से ऐसे नहीं निपटा जाता।’’  मोदी ने कहा कि कांग्रेस के रॉयल परिवार के वफादार दरबारी ने वही बात मानी जो दुनिया पहले से ही जानती थी कि कांग्रेस आतंकवाद की ताकतों को जवाब नहीं देना चाहती थी। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है---हम आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष ने बार-बार हमारी सेनाओं का अपमान किया है। मैं अपने साथी भारतीयों से अपील करता हूं कि विपक्षी नेताओं पर उनके बयानों को लेकर सवाल उठाएं। उन्हें बताएं कि 130 करोड़ भारतीय विपक्ष को उनकी हरकतों के लिए माफ नहीं करेंगे या भूलेंगे नहीं। भारत हमारी सेनाओं के साथ दृढ़ता से खड़ा है।’’  भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी टि्वटर पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘‘उनका दिल आतंकवादियों के लिए धड़कता है जबकि हमारा दिल तिरंगे के लिए धड़कता है।’’  शाह ने ट्वीट किया, ‘‘विपक्ष और भाजपा के बीच अंतर साफ है। वे हमारी सेना पर संदेह करते हैं, हमें अपनी सेना पर गर्व है। उनका दिल आतंकवादियों के लिए धड़कता है, हमारा दिल तिरंगे के लिए धड़कता है।’’  उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनाव में अपनी वोट की ताकत के जरिए कांग्रेस की संस्कृति पर सर्जिकल स्ट्राइक करें ।’’  खबरों के अनुसार, पित्रोदा ने यह भी कहा है कि वह बालाकोट हवाई हमले और उसमें मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में ‘‘और जानना’’ चाहते हैं।  विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने कहा कि उन्होंने एक नागरिक की हैसियत से सवाल किया था और इस पर प्रधानमंत्री का प्रतिक्रिया देना समझ से परे है।  भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पित्रोदा की टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे बयान पाकिस्तानी समाचार चैनलों पर हिट होंगे। वित्त मंत्री ने भाजपा के एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘वह मानते हैं कि हमने जो किया (बालाकोट हवाई हमला) वह गलत था। किसी भी दूसरे देश ने नहीं कहा कि यह गलत था। यहां तक कि इस्लामिक सहयोग संगठन ने भी ऐसी बात नहीं कही। यह केवल पाकिस्तान की राय है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे लोग किसी राजनीतिक पार्टी के लिए रोल मॉडल होते है।’’  इससे पहले एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव की आलोचना की। यादव ने आरोप लगाया कि वोट हासिल करने के लिए पुलवामा हमला एक ‘‘षड्यंत्र’’ था। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में यादव और पित्रोदा के बयानों को भी टैग किया। इस बीच, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि देश के सशस्त्र बलों की कुर्बानी पर कभी सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए लेकिन साथ ही उन्होंने सरकार को सलाह दी कि वह खुद को भारतीय सेना की तरह दिखाना बंद करे। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, 'पुलवामा आतंकी हमला मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गंभीर विफलता थी। बालाकोट में कार्रवाई हमारी वायुसेना के वीरता और शौर्य का सबसे बेहतरीन उदाहरण है। '  उन्होंने कहा, ' मोदी जी और भाजपा को किसी निजी राय का इस्तेमाल जहर फैलाने के लिए नहीं करना चाहिए।'  कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मोदी को जवानों के पराक्रम एवं बलिदान के पीछे छिपने के बजाय रोजगार संकट, कृषि संकट, जीएसटी की त्रासदी और अर्थव्यवस्था की बदहाली जैसे मुद्दों पर जवाब देना चाहिए।

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