सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मार्च - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 24 मार्च 2019

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मार्च

भाजपा को झेलना पड़ सकता है लोकसभा, चुनाव में धानुक वंशकार समाज का विरोध

sehore news
सीहोर। धानुक समाज के प्रदेश सचिव एवं बांस शिल्पकार युवा शक्ति संगठन के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष रवि नागले ने  बताया कि भारतीय जनता पार्टी लगातार समाज का उपयोग कर रही है भारतीय जनता पार्टी के पूर्व  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 13 में बांस शिल्पकार पंचायत का आयोजन किया था जिसमें समाज को आश्वासन दिया गया था कि बांस बोर्ड  का गठन किया जायेगा। प्रदेश में  15 साल सरकार रहने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की  सरकार ने समाज का बोर्ड गठन नहीं किया।  धानुक समाज घनश्याम पिरोनिया को भांडेर से टिकट दिया था जिस में  समाज ने पूर्ण योगदान भारतीय जनता पार्टी को दिया एवं भारी बहुमत से श्री पिरोनिया ने  विजय दर्ज की थी। जिस के बाद वर्ष ०18 विधानसभा चुनाव में श्री पिरोनिया को टिकट नहीं दिया गया । भाजपा ने समाज  संगठन के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि लोकसभा चुनाव में आपके समाज को मौका दिया जाएगा। धानुक समाज भारतीय जनता पार्टी के साथ बना रहा  लेकिन समाज के साथ  भारतीय जनता पार्टी ने फिर छलावा किया और लोकसभा में चुनाव में भी श्री पिरोनिया को टिकट नहीं दिया। जिस से समाज को बहुत अघात पहुंचा है।  नागले ने कहा की भारतीय जनता पार्टी इस विरोध को झेलने के लिए तैयार रहे । भारतीय जनता पार्टी लगातार समाज का शोषण कर रही है समाज के रामशंकर कठेरिया राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को आगरा से भी टिकट नहीं दिया गया है। मध्य प्रदेश में भी पूरी समाज से मात्र एक ही टिकट श्री पिरोनिया का था जोकि विधानसभा 13 में प्रचंड रूप से जीत के आए थे 2018 में टिकट ना देने के कारण भारतीय जनता पार्टी भांडेर विधानसभा 40 हजार वोटों से हार गई थी। इसके बाद भी पार्टी को कुछ समझ नहीं आया और यही गलती फिर पार्टी कर रही है भांडेर पूर्व विधायक घनश्याम पूनिया को भिंड से लोकसभा प्रत्याशी अगर समाज के कद्दावर नेता होने के कारण पार्टी नहीं बनाती है तो  सामाजिक संगठनों के समस्त पदाधिकारी पूरे मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का विरोध करेंगे।  श्री नागले ने कहा की श्री पिरोनिया को भिंड लोकसभा से निर्दलीय या अन्य पार्टी से चुनाव लड़ा कर जीत दर्ज कराएंगे श्री पिरोनिया समाज के साथ-साथ अन्य समाज के भी लोकप्रिय एवं चहेते नेता है जो भिंड लोकसभा सीट पर अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं और विधायक रहते हुए उन्होंने कई विकास कार्य किए हैं। जिस से वह धानुक समाज के साथ अन्य समाज के चहेते नेता बन गए हैं। संपूर्ण मध्यप्रदेश की धानुक बंशकार समाज श्री पिरोनिया के साथ हैं एवं समाज की ओर से पिरोनिया को निर्दलीय चुनाव लडऩे के लिए कह रही है और पिरोनिया निश्चित ही चुनाव लड़ कर अपनी जीत दर्ज कराएंगे।  धानुक समाज के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश मोर्य, बाँस शिल्पकार युवा शक्ति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश बंसल धानुक कठैरिया समाज के अध्यक्ष एम एल मघुराज, जीतु स्नेही देवेंद्र वर्मा,श्रवण वास्तवार,देवेन्द्र भरतेसे अजय धानुक राम सिहं भरतेले, कन्हैया मोरे आदि ने समाज से एकजुट होने की अपील की है। 

सभी अनुमतियों के लिए सुविधा पोर्टल पर कर सकते है ऑनलाइन आवेदन 

लोकसभा चुनाव के दौरान राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों को सभा के लिये मैदान की अनुमति लेने, रैली निकलवाने, हेलीपैड के लिये अनुमति लेने के लिये अब निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पडे़गी। सभी अनुमतियों के लिये अब आयोग द्वारा बनाये गये सुविधा पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने पारदर्शिता के मद्देनजर किसी भी कार्य की अनुमति लेने के लिये राजनैतिक दलों के लिये पहले आओ पहले पाओ की सुविधा दी है। इसके तहत जो पहले ऑनलाइन आवेदन करेगा, उसे पहले अनुमति दी जायेगी। इसके लिये सुविधा एप पर 72 घंटे पूर्व ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद उपलब्धता अनुसार उन्हें अनुमति दी जायेगी। चुनाव को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिये इस बार आम सभायें, रैली, वाहनों के अधिग्रहण की जानकारी सहित समस्याओं का समाधान भी ऑनलाइन किया जायेगा। चुनाव आयोग के विशेष साफ्टवेयर के द्वारा चुनाव में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की निगरानी की जायेगी। वाहनों के अधिग्रहण करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन की जायेगी। निर्वाचन कार्य के लिये निर्वाचन आयोग ने “सुगम, सुविधा एवं समाधान“ नामक तीन एप बनाये हैं, जिनसे उक्त सभी कार्य सम्पन्न किये जायेंगे।

ईव्हीएम व वीवीपैट के मूवमेंट की होगी जीपीएस ट्रेकिंग   

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन तथा वीवीपैट मशीन के मूवमेंट की जीपीएस ट्रेकिंग की जायेगी। इन दोनों तरह की मशीनों का परिवहन जिन वाहनों में किया जायेगा उनमें जीपीएस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाया जायेगा। ईव्हीएम व वीवीपैट की ट्रेकिंग तथा मॉनिटरिंग के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जायें। उन्होंने निर्देश दिए है कि सभी सेक्टर अधिकारी मतदान समाप्ति के पश्चात उन्हें आवंटित ईव्हीएम व वीवीपैट मशीन अपने क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अधिकारी या रिटर्निंग अधिकारी से सत्यापित कराकर उसी दिन निर्धारित प्रारूप में जानकारी दर्ज कराकर जमा करायें ।

निर्वाचन प्रचार में पर्यावरण का रखें ध्यान पर्यावरण को क्षति
पहुँचाने वाली सामग्री के प्रयोग से बचें
निर्वाचन प्रचार हेतु प्रयोग की जाने वाली सामग्री में से ऐसे पदार्थ जैसे प्लास्टिक, पॉलिथीन आदि जिनका लंबे समय तक पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव रहता है, उक्त का संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने राजनैतिक दलो, अभ्यर्थियों से निर्वाचन प्रक्रिया में ऐसे पदार्थों का प्रयोग नहीं करने की अपील की है।

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