बिहार : लोकसभा प्रत्याशियों के समक्ष रखेंगे समस्या ईसाई समुदाय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 8 अप्रैल 2019

बिहार : लोकसभा प्रत्याशियों के समक्ष रखेंगे समस्या ईसाई समुदाय

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पटना,08 अप्रैल। सर्वविदित है अल्पसंख्यकों में द्वितीय पायदान में है ईसाई अल्पसंख्यक। इस अल्पसंख्यक समुदाय पर राजनैतिक दल डोरा नहीं डालते हैं। इस समुदाय को भी अनेक समस्या है।इन समस्याओं का समाधान चाहते हैं। इन समस्याओं का समाधान सरकारी स्तर पर संभव है। इसके आलोक में समुदाय व संस्थाओं के द्वारा प्रयास किया जाता है। सरकारी दिलचस्पी नहीं रहने के कारण समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है।  खैर गैर सरकारी संगठन अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ ने पहल कर ईसाई समुदाय का आह्वान किया है कि जब उम्मीदवार  मुलाक़ात करने अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करने द्वार पर आते हैं ।तो आप उनसे अपने समुदाय के हित में कुछ मांगों या समुदाय के हित में अपनी कोई अन्य मांग को पूरा करवाने के लिए उनसे वादा करने की अपील करें और उनसे सच्चा आश्वासन लें। अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ द्वारा राष्ट्रीय स्तर की बड़ी पार्टियों को पत्र लिखकर मांगों को पूरा करने तथा उनके अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने की अपील की गयी है। आप भी लोक सभा के उम्मीदवारों से  मांगों को पूरा करने की अपील कर अपनी जागरूकता का परिचय दें। चुनाव सम्बंधित घोषणा पत्र में ईसाई समुदाय के हितों की चिंता कर उसके समाधान हेतु वादा किया गया है या नहीं।अतः ईसाई समुदाय की तरफ से अबतक उपेक्षित किये गए मांगों को पूरा करने के लिए पुनः आपके समक्ष एक अपील के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।लोक सभा के चुनाव के वक्त आपकी पार्टी के उम्मीदवार सभी अन्य मतदाताओं के साथ साथ ईसाई मतदाताओं के पास भी पक्ष में मतदान करने की अपील करने आएंगे तथा हम ईसाई मतदाता अवश्य अपने विवेक से सोंच समझकर अपना मत डालेंगे।लेकिन क्या आप वादा करेंगे या आपने अपने पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में  अपेक्षित मांगों को शामिल कर पूरा  करने का वादा किया है?   
                         
यह है ईसाई समुदाय की आठ सूत्री मांग 
 1. ईसाईयों पर झूठा धर्मान्तरण करने का आरोप लगाकर बदनाम तथा प्रताड़ित नहीं किया जाए तथा ऐसा करने वालों को कठोर सजा मिले।क्योंकि अबतक किसी को भी सजा नहीं मिलती है।
 2. ईसाईयों के धार्मिक स्थलों, संस्थानों, ईसाईयों,धर्मगुरुओं, तथा धर्म बहनों को सुरक्षा प्राप्त हो तथा इनके साथ धार्मिक भेदभाव, धार्मिक मूर्ति तोड़ने या अन्य किसी भी वजह से कहीं भी इनके साथ एक भी घटना घटित न हो।
 3. जिस तरह हिन्दू धर्मावलंबियों के जिन वर्गों को ओ.बी.सी.का दर्जा देकर आरक्षण की सुविधा प्रदान की जा रही है,उसी तरह ईसाई धर्मावलंबियों में उपलब्ध जातियों,वर्गों को भी ओ.बी. सी.का दर्जा तथा आरक्षण प्राप्त हो।जब आप हिन्दू धर्म के अन्य वर्गों के लिए नयी व्यवस्था कर,संशोधन कर आरक्षण तथा ओ.बी.सी. का दर्जा दे सकते हैं,तो ईसाईयों को क्यों नहीं? भेद भाव समाप्त हो।
 4. हिन्दू दलितों तथा धर्म के नाम पर सिख-बौद्ध अल्पसंख्यकों को मिल रहे आरक्षण की तरह उपेक्षित दलित ईसाईयों को भी आरक्षण मिले।आरक्षण में धार्मिक भेद भाव समाप्त हो।    
5.आदिवासी ईसाईयों को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त करने की योजना को बन्द किया जाए।
6.अल्पसंख्यक योजना के तहत अल्पसंख्यकों को व्यवसाय करने के लिए मिलने वाले ऋण योजना में अल्पसंख्यक ईसाईयों के लिए निश्चित कोटा निर्धारित किया जाए।
7. उपेक्षित ईसाई बहुल इलाकों (फेयरफील्ड कॉलोनी,  एक्स.टी.टी.आई. वगैरह की सड़क को प्राथमिकता के तौर पर जल्द से जल्द बनाया जाए।
8.बिहार के विधानसभा ,विधान परिषद में ईसाई  बुद्धिजीवी,समाजसेवी के मनोनयन की व्यवस्था हो।
9.बिहार में वर्षों से समाप्त ऐंग्लो इन्डियन विधायक का मनोनयन हो।

मांगे और भी हैं।परंतु फिलहाल ईसाईयों की उपरोक्त मांगों को पूरा कराने की कृपा करें।

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