कुमार गौरव । पूर्णिया : एक ओर जहां सरकार सभी ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं दुरूस्त करने व आम आवाम को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दम भरती है तो दूसरी ओर ग्रामीण हलकों में आज भी स्वास्थ्य सेवाएं तो दूर केंद्र की बदहाली सरकारी व्यवस्था की पोल खोल रही हैं। धमदाहा अनुमंडल क्षेत्र के 26 पंचायतों में से दमेली विसनपुर रंगपुरा में अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र व दमेली स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में विगत दो वर्षों से डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई है। जिससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं और बी ग्रेड एएनएम की देखरेख में ही तीनों शिफ्ट में काम चलाया जा रहा है। वहीं रंगपुरा में 12 बजे से 4 बजे तक केंद्र खुला रहता है। विसनपुर में 8 बजे से लेकर 12 बजे तक केंद्र खुला रहता है। लेकिन डॉक्टरों के अभाव में ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
...बंद होने के कगार है स्वास्थ्य केंद्र :
अनुमंडलीय अस्पताल एवं खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित अतिरिक्त प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम की कमी से सभी अतिरिक्त प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने के कगार पर है। आलम यह है पूरे प्रखंड क्षेत्र में राजस्व ग्राम 81 हैं जिसमें एसएससी केंद्र 48 एएनएम की संख्या 43 जी एएनएम की संख्या 7 है। एक एसएससी पर दो एएनएम की ड्यूटी अनिवार्य है। जिसके चलते कमी के कारण एक ही एएनएम के द्वारा केंद्र चलाया जाता है जबकि अनुमंडलीय अस्पताल में जी एएनएम की संख्या 10 होनी चाहिए। जिसमें कार्यरत 4 ही हैं। केंद्र में 60 एएनएम की जरूरत है। केवल 32 के भरोसे केंद्र चलाया जाता है। बाकी 5 केंद्रों पर माइक्रो प्लानिंग के द्वारा काम कराया जाता है। वहीं अनुमंडलीय अस्पताल में तीन शिफ्टों में 10 जी एएनएम की जरूरत है। केवल 4 जी एएनएम के भरोसे ही रोगियों की देखरेख की जा रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का इलाज तो दूर टीकाकरण तक सही से नहीं हो पा रहा है एवं संसाधनों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवा लगातार बदहाल होती जा रही है।
...26 पंचायतों का स्वास्थ्य केंद्र बदहाल :
वर्तमान समय में धमदाहा प्रखंड के 26 पंचायत कुकरौन, पश्चिम बरदेला, माली, बजरहा, इटहरी, कुंआरी, दमगरा, मोगलिया पुरंदाहा, चम्पावती, ठारी, राजो अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत काफी दयनीय है। इतनी बदहाली के बाद भी स्वास्थ्य विभाग मूकदर्शक बना है। स्थानीय लोग लखन मंडल, सलीम अंसारी, सचिन यादव, बिरेन ऋषि, डोमी ऋषि सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने बताया कि जब ई-स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हुआ था तो हमलोगों के बीच नई आस जगी थी कि हम गरीब एवं असहाय लोगों को गांव में ही बेहतर इलाज नसीब होगा। लेकिन ऐसा हो न सका।
...स्वास्थ्य केंद्र बना चारागाह :
करोड़ों की लागत से बना यह भवन महज शोभा की वस्तु बना है। इन केंद्रों को पशु को बांध कर व जलावन रखने का चारागाह बना दिया गया है। जब यहां केंद्र की शुरूआत हुई थी तो लोगों के बीच आस जगी थी कि प्राथमिक उपचार के लिए मुख्यालय स्थित अस्पताल में नहीं जाना पड़ेगा। खासकर प्रसूति महिला एवं नवजात शिशुओं को लगने वाले टीके के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। एएनएम व डॉक्टरों की कमी के कारण केंद्र का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। जिससे दिनोंदिन स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
...जिला मुख्यालय को दी गई है जानकारी :
एएनएम की कमी एवं निर्माणाधीन भवन के बारे जानकारी जिला मुख्यालय को दी गई है। वहां से दिशा निर्देश प्राप्त होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। : डॉ जेपी पांडेय, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी, धमदाहा।
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